छिन्दवाड़ा। जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की समीक्षा बैठक करने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ कलेक्ट्रेट सभा कक्ष पहुंचे. जहां उन्होंने जिला प्रशासन से हकीकत लेते हुए कलेक्टर सहित प्रशासन की जमकर क्लास ली.
सरकारी आंकड़ों की बाजीगरी नहीं चलेगीः कमलनाथ
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक ने कलेक्टर ने जिले भर में कोविड-19 संक्रमण की स्थिति को लेकर प्रेजेंटेशन दिया और बताया कि स्थिति सामान्य है. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कलेक्टर की क्लास लेते हुए कहा कि उन्हें सरकारी आंकड़ों की बाजीगरी नहीं चाहिए, बल्कि हकीकत बताइए क्योंकि सरकारी आंकड़ों में न तो दवाइयों की कमी है और न जिस तरह से मौतें हो रही हैं उनका आंकड़ा है. उन्होंने कहा कि हकीकत तो श्मशान घाट के आंकड़ों से पता चलेगी कि आखिर वहां कोविड-19 से कितनी चिंताएं जल रही हैं.
कमलनाथ ने ली दवाइयों की जिम्मेवारी
पूर्व सीएम ने कमलनाथ ने अधिकारियों से कहा कि छिंदवाड़ा जिले के लिए जो भी जरूरतें हैं, सभी दवाइयों की पूर्ति वे करेंगे लेकिन टेस्ट सही तरीके से हो और इलाज में कोई भी कोताही ना बरतें. उन्होंने कहा कि वह जरूरतें पूरी करेंगे लेकिन श्मशान घाटों में लाशों के ढेर न लगें, इसकी जिम्मेदारी प्रशासन को लेनी होगी.
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सरकार को हकीकत से रूबरू कराए प्रशासन
दरअसल, छिंदवाड़ा जिले में हर दिन 70 से ज्यादा कोविड के मरीज मिल रहे हैं. मौत का आंकड़ा भी 10 से ज्यादा है लेकिन सरकारी आंकड़ों के हिसाब से मौत एक या दो हो रही है, बाकी संदिग्ध हैं. इस पर कमलनाथ ने कहा कि जिला प्रशासन सरकार को सही जानकारी दे और हकीकत से रूबरू कराएं. उन्होंने कहा कि सात दिनों का लॉकडाउन लगाने का मतलब यही है कि जिले की स्थिति सामान्य नहीं है.