छिंदवाड़ा। देश का आम बजट एक फरवरी को पेश होने जा रहा है. इस बजट से हर वर्ग के लोगों को खासी उम्मीदें हैं. देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्र सरकार का बजट पेश करेंगी. वहीं इस बजट में आम लोगों के साथ पढ़ाने करने वाले छात्र और रोजगार के लिए भटक रहे युवा भी सरकार से बड़ी उम्मीद लगाए बैठे हैं. आम बजट को लेकर छिंदवाड़ा जिले के युवाओं ने बजट से उम्मीद जताई है. इस बार के बजट पर सभी वर्ग के लोग आस लगाए हुए हैं. जिसमें युवा भी पीछे नहीं हैं. बजट 2021 को लेकर युवाओं ने कहा कि बेरोजगारों के लिए सरकार विशेष पैकेज और पढ़ाई के लिए लोन और अन्य सुविधाओं को आसान बनाने पर काम करे. बेरोजगारों के लिए नए-नए उद्योग और कंपनियां लगाने पर सरकार को जोर देना चाहिए.
एजुकेशन लोन पर काम करे सरकार
बेरोजगार युवा दानिश अली ने कहा कि पढ़ाई के लिए सरकार को एजुकेशन लोन के दायरे को बढ़ाना चाहिए. उनके मुताबिक सरकार को लोन की सीमा ऐसी बढ़ानी चाहिए ताकि हर वर्ग का युवा लोन ले सके. दानिश अली ने मांग रखते हुए कहा कि लोन पर इंट्रेस्ट कम होना चाहिए. ताकि वह हमारे लिए आसान रहे. दानश ने कहा कि पढ़ाई करने वाले सरकार उन चीनों पर छूट दे, जिससे उनकी पढ़ाई आसान हो सके.
आवश्यक वस्तुओं के दम कम करे सरकार
छिंदवाड़ा में आम बजट को लेकर सभी जगह लोगों में उत्सुकता है. एक फरवरी को पेश होने वाले आम बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. बेरोजगार युवाओं ने कहा कि उनके लिए सरकार रोजगार के अवसर प्रदान करें जिससे युवाओं की बेरोजगारी दूर हो पाए. बजट 2021 को लेकर छात्रा मनीषा ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं सरकार को उन्हें कम करना चाहिए. छात्रा ने कहा कि हमे कोचिंग के लिए गाड़ी से जाना पड़ता है लेकिन पेट्रोल इतना मंहगा है कि यह हमारे बजट से बाहर जा रहा है. छात्रा मनीषा ने बजट से उम्मीद लगाते हुए कहा कि सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों को कम करे, जिससे इसका लाभ सभी वर्गों के लोग ले सके. युवा अफजल खान ने कहा कि जिस प्रकार से कोरोना काल में मध्यम वर्ग पीस गया है. उसके लिए सरकार को ऐसी नीति लेकर आए जिससे मध्यम एक बार दोबारा से उठ सके.
बजट में मध्यम वर्गीय के लिए आस
वहीं कुछ छात्राओं ने कहा कि लगातार पेट्रोल डीजल के बढ़े दाम के कारण वह काफी परेशान हैं. उन्हें ट्यूशन और स्कूल जाने में काफी दिक्कतें आ रही है. पेट्रोल डीजल के पैसे भी खत्म हो जाते हैं कई बार यह स्थिति रहती है. वहीं कुछ युवाओं का मानना है कि सरकार को जो शिक्षा में दिए जाने वाले लोन की सुविधा और सुविधाजनक करना चाहिए जिसे आसानी से मध्यम वर्गीय परिवार के बेरोजगारों और पढ़ने वाले छात्रों को आसानी से लोन मिल जाए. शहर या बाहर जा कर पढ़ाई आसानी से कर सकें. कुछ बेरोजगार युवाओं का मानना है कि देश में चल रहे किसान आंदोलन को जल्द समाधान किया जाए और किसानों के लिए जो वास्तव में गरीब किसान हैं उन तक योजनाओं का लाभ पहुंचे जिसे देश प्रगति की राह पर तेजी से बढ़ता जाए.