छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा-नरसिंहपुर NH-547 मौत का हाईवे बनता जा रहा है. यहां एक सड़क हादसे में 3 लोग घायल हो गए हैं. वहीं दूसरी घटना हर्रई के पास हुई, जहां एक टू व्हीलर ने एंबुलेंस को टक्कर मार दी. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले यहां एक बस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई थी और 45 लोग घायल हो गए थे.
छिंदवाड़ा-नरसिंहपुर NH-547 बना मौत का हाईवे, 3 महीनों में हुईं 12 सड़क दुर्घटनाएं - highway of death
छिंदवाड़ा-नरसिंहपुर एनएच 547 पर लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. 3 महीनों में अब तक 12 दुर्घटनाएं यहां हुई हैं.
मौत का हाईवे NH-547
छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा-नरसिंहपुर NH-547 मौत का हाईवे बनता जा रहा है. यहां एक सड़क हादसे में 3 लोग घायल हो गए हैं. वहीं दूसरी घटना हर्रई के पास हुई, जहां एक टू व्हीलर ने एंबुलेंस को टक्कर मार दी. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले यहां एक बस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई थी और 45 लोग घायल हो गए थे.
Intro:Body:*अमरवाड़ा नरसिंहपुर Nh- 7 बनता जा रहा मौत का सौदागर
अमरवाड़ा :- छिन्दवाड़ा नरसिंहपुर मार्ग एनएच 547 मैं हर दूसरे दिन सड़क दुर्घटना हो रही है कुछ दिनों पहले हर्रई दूल्हा देव घाटी के पास भयानक बस हादसा हुआ था जिसमें लगभग 45 लोग घायल और लगभग 5 लोगों की मृत्यु हुई थी वहीं आज फिर एक बड़ा सड़क हादसा करब डोल ठेल नदी के पास हो गया जिसमें लगभग 3 लोग बुरी तरह जख्मी हुए और वही आज हर्रई के पास एक एंबुलेंस को टू व्हीलर ने टक्कर मार दी इस प्रकार की तमाम घटनाएं nh-547 में ही हो रही है जो एक तरह से मौत का सौदागर बन चुकी है प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्घटना ग्रस्त क्षेत्रों में न हीं सही तरह से संकेतक चिन्ह लगे हैं और ना ही किसी प्रकार के सिंबल है इनसे कई प्रकार की आकस्मिक दुर्घटनाएं हो रही है जिनसे आम नागरिक खासा परेशान है वहीं nh7 ठेल नदी के पास पुल के ऊपर किनारों में फुटपाथ जैसा बना दिया गया है जिससे रात के समय में आकस्मिक रूप से फुटपाथ के ऊपर चढ़ा देते हैं और दुर्घटना हो जाती है प्राप्त जानकारी के अनुसार पुल के ऊपर फुटपाथ पर किसी भी प्रकार की पुताई नहीं हुई है वही जानकारी के अनुसार एक समझदार व्यक्ति ने अपने खर्च से एनएच 7 करब डोल ठेल नदी के पुल के ऊपर फुटपाथ पर पुताई किया है जब शासन प्रशासन इस प्रकार के सही नियम और कानून से nh547 का निर्माण नहीं करवा सके हैं तो ऐसे में आम जनता तो दुर्घटना से ग्रसित होंगे ही शासन प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को भी इस पर अपनी आवाज उठानी चाहिए और त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए
*अमरवाड़ा और भूमका घाटी के बीच हो चुकी हैं लगभग 3 महीनों में 12 घटनाएं*
एनएच 7 का बुरा हाल अमरवाड़ा और भुमका घाटी के बीच में भी है साधारणतया जगह पर एक्सीडेंट हो जाते हैं कुछ दिनों पहले शारदा मठ के पास और कुछ दिन पहले ईट भट्टे के पास, ठाकुर पेट्रोल पंप के पास, तो वहीं भूमका घाटी के आसपास ऐसी एक्सीडेंटल दुर्घटनाएं सुनने को मिलती रहती है जिसका मुख्य कारण यही है कि ना तो संकेतक चिन्ह आसपास लगे हैं और ना ही किसी भी प्रकार के सिंबल
कुछ संकेतक और सिंबल तो लगे थे परंतु वह भी चोर उचक्के उखाड़ कर ले भागे जिससे परेशानियां और भी बढ़ गई है ऐसे कारनामों से बचने के लिए शासन प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को भी अपनी आवाज उठानी चाहिए और इस पर त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए
Conclusion:
अमरवाड़ा :- छिन्दवाड़ा नरसिंहपुर मार्ग एनएच 547 मैं हर दूसरे दिन सड़क दुर्घटना हो रही है कुछ दिनों पहले हर्रई दूल्हा देव घाटी के पास भयानक बस हादसा हुआ था जिसमें लगभग 45 लोग घायल और लगभग 5 लोगों की मृत्यु हुई थी वहीं आज फिर एक बड़ा सड़क हादसा करब डोल ठेल नदी के पास हो गया जिसमें लगभग 3 लोग बुरी तरह जख्मी हुए और वही आज हर्रई के पास एक एंबुलेंस को टू व्हीलर ने टक्कर मार दी इस प्रकार की तमाम घटनाएं nh-547 में ही हो रही है जो एक तरह से मौत का सौदागर बन चुकी है प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्घटना ग्रस्त क्षेत्रों में न हीं सही तरह से संकेतक चिन्ह लगे हैं और ना ही किसी प्रकार के सिंबल है इनसे कई प्रकार की आकस्मिक दुर्घटनाएं हो रही है जिनसे आम नागरिक खासा परेशान है वहीं nh7 ठेल नदी के पास पुल के ऊपर किनारों में फुटपाथ जैसा बना दिया गया है जिससे रात के समय में आकस्मिक रूप से फुटपाथ के ऊपर चढ़ा देते हैं और दुर्घटना हो जाती है प्राप्त जानकारी के अनुसार पुल के ऊपर फुटपाथ पर किसी भी प्रकार की पुताई नहीं हुई है वही जानकारी के अनुसार एक समझदार व्यक्ति ने अपने खर्च से एनएच 7 करब डोल ठेल नदी के पुल के ऊपर फुटपाथ पर पुताई किया है जब शासन प्रशासन इस प्रकार के सही नियम और कानून से nh547 का निर्माण नहीं करवा सके हैं तो ऐसे में आम जनता तो दुर्घटना से ग्रसित होंगे ही शासन प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को भी इस पर अपनी आवाज उठानी चाहिए और त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए
*अमरवाड़ा और भूमका घाटी के बीच हो चुकी हैं लगभग 3 महीनों में 12 घटनाएं*
एनएच 7 का बुरा हाल अमरवाड़ा और भुमका घाटी के बीच में भी है साधारणतया जगह पर एक्सीडेंट हो जाते हैं कुछ दिनों पहले शारदा मठ के पास और कुछ दिन पहले ईट भट्टे के पास, ठाकुर पेट्रोल पंप के पास, तो वहीं भूमका घाटी के आसपास ऐसी एक्सीडेंटल दुर्घटनाएं सुनने को मिलती रहती है जिसका मुख्य कारण यही है कि ना तो संकेतक चिन्ह आसपास लगे हैं और ना ही किसी भी प्रकार के सिंबल
कुछ संकेतक और सिंबल तो लगे थे परंतु वह भी चोर उचक्के उखाड़ कर ले भागे जिससे परेशानियां और भी बढ़ गई है ऐसे कारनामों से बचने के लिए शासन प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को भी अपनी आवाज उठानी चाहिए और इस पर त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए
Conclusion: