छिन्दवाड़ा। छिंदवाड़ा के ग्रामीण इलाकों में राष्ट्रीय गोंडवाना गणतंत्र पार्टी भाजपा को पीछे छोड़ती नजर आ रही है. जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनावों में 4 जनपद पंचायतों में कांग्रेस ने कब्जा किया है तो वहीं 2 जनपद पंचायत में गोंडवाना ने अपना अध्यक्ष बैठाया है. भाजपा को गोंडवाना से गठबंधन कर सिर्फ एक उपाध्यक्ष ही मिल पाया है. इसके साथ ही BJP छिंदवाड़ा में तीसरे नंबर पर सरक गई. यहां कांग्रेस से भी ज्यादा नफा GGP को मिला है. (GGP victory in janpad panchayat election) (Chhindwara Gondwana Party)
भाजपा को पीछे छोड़ उभरी गोंडवाना: गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की छिंदवाड़ा जिले के बड़े नेता मनमोहन शाह कटिंग तत्कालीन समय में हीरा सिंह मरकाम से अलग होकर राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी का गठन किया था. कोरोना के संक्रमण के चलते उनका निधन हो गया उसके बाद पार्टी की बागडोर उनकी बेटी मोनिका शाह बट्टी ने संभाली. विदेश में पढ़ाई करने वाली उनकी बेटी ने ग्रामीण स्तर पर संगठन को मजबूत किया इसका नतीजा यह है कि अब ग्रामीण इलाकों में भाजपा को राष्ट्रीय गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पीछे छोड़ रही है. बुधवार को जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ जहां 6 जनपद पंचायतों में 4 में कांग्रेस ने कब्जा किया तो वही अमरवाड़ा जनपद पंचायत और बिछुआ जनपद पंचायत में राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी ने अपना अध्यक्ष बैठाया. बिचवा में भाजपा को पार्टी से गठबंधन कर उपाध्यक्ष पद से संतोष करना पड़ा.
गोडवाना का खेल, BJP फेल: अमरवाड़ा में भाजपा के जनपद पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार को गोंडवाना ने अपने पाले में किया. यहीं से चुनाव के समीकरण बदल गए. भाजपा को मिला ये झटका उसे पीछे की तरफ ले गया. अमरवाड़ा में उम्मीद जताई जा रही थी कि गोंडवाना भाजपा को समर्थन कर बीजेपी का अध्यक्ष बना सकती है. भाजपा से समर्थन प्राप्त कर चुनाव जीते नीलेश कंगाली को बीजेपी ने अपना अध्यक्ष पद का दावेदार भी घोषित किया था, लेकिन अचानक बुधवार सुबह नीलेश कंगाली ने भारतीय गोंडवाना पार्टी ज्वाइन कर ली और यहां पर भारतीय गोंडवाना पार्टी से अध्यक्ष चुने गए.