छिंदवाड़ा। पूरे देश में मोदी लहर चली है और कमल खिला है. मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस के कई दिग्गज हार चुके हैं, सिर्फ छिंदवाड़ा में कांग्रेस अपनी सीट बचा पाने में कामयाब रही है. छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से जहां मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ चुनाव जीते हैं, तो वहीं खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ भी विधानसभा उपचुनाव जीत चुके हैं. उसके बाद भी बीजेपी जश्न मना रही है. इसकी वजह ये है कि पूरे मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर बीजेपी का बोलबाला है. इधर छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस की जीत पर बीजेपी का आरोप है कि कमलनाथ बूथ कैप्चरिंग करके चुनाव जीते हैं.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में विधानसभा उपचुनाव के बीजेपी प्रत्याशी विवेक साहू ने कहा कि छिंदवाड़ा की जनता ने मुख्यमंत्री और उनके बेटे को नकार दिया था, लेकिन उनकी जीत डर और आतंक की जीत है, जो उन्होंने वोटिंग के दौरान बूथ कैप्चरिंग करके हासिल की थी. विवेक साहू का कहना है कि अमरवाड़ा में 39 हजार वोट बिना आईडी के डाले गए थे. वैसे ही छिंदवाड़ा के कई बूथों में हुआ था. लेकिन विवेक साहू इसे अपनी हार ना मानते हुए जीत मान रहे हैं और जनता का शुक्रिया अदा कर रहे हैं.
विवेक साहू मुख्यमंत्री कमलनाथ से 25 हजार वोटों से विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं. वहीं लोकसभा के प्रत्याशी नत्थन शाह कवरेती करीब 40 हजार वोटों से चुनाव हारे हैं.