छिंदवाड़ा। कोरोना महामारी से लड़ने के लिए लोग एकजुट हैं, लेकिन इसकी आड़ में भ्रष्टाचार का भी खेल चल रहा है, जिला अस्पताल में सांसद निधि से वेटिंलेटर की खरीदी को लेकर भाजपा नेताओं ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जिसके के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश देते हुए भुगतान पर रोक लगा दिया है.
कोरोना महामारी से निपटने के लिए छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने जिला अस्पताल में दो वेंटिलेटर खरीदने के लिए 25 लाख की राशि सांसद निधि से दी थी. जिसके बाद खरीदी को लेकर भाजपा नेताओं ने कलेक्टर से खरीदी में भ्रष्टाचार की शिकायत की. कलेक्टर डॉ श्रीनिवास शर्मा ने इस मामले में जांच के आदेश देते हुए बिल के भुगतान पर फिलहाल रोक लगा दी है. वहीं मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद और पड़ोसी जिले नरसिंहपुर के निवासी कैलाश सोनी ने भी 10 लाख रुपए वेंटिलेटर खरीदने के लिए दिए थे.
भाजपा नेताओं ने कलेक्टर से ये भी कहा कि, खाद्यान्न वितरण पर्ची के अभाव में आम आदमी को गेहूं-चावल नहीं मिल रहा है. जिसकी व्यवस्था की जाए. सामाजिक सुरक्षा पेंशन को भी केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने राष्ट्रीय बैंकों के खाते में डाल दी है, लेकिन हितग्राहियों को पैसा उपलब्ध नहीं हो रहा है, बैंकों में बड़ी भीड़ लग रही है. केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना के माध्यम से 3 सिलेंडर की राशि हितग्राहियों को देने के आदेश दिए हैं. इस पर कलेक्टर ने कहा कि पहले हितग्राहियों को सिलेंडर खरीदी करनी होगी, उसके बाद हितग्राहियों के खाते में राशि पहुंचेगी.