छिंदवाड़ा। सरकारी राशन दुकानों पर गरीबों को सड़ा हुआ गेहूं बांटा जा रहा है, जिसे इंसान तो क्या जानवर भी नहीं खा सकता है. ऐसा ही सड़ा गेहूं लेकर एक गरीब परिवार कलेक्टर के पास पहुंचा और इस मामले की शिकायत की.
चांदामेटा की रहने वाली निहारिका चौरसिया को राशन दुकान से सड़ा गेहूं दिया गया, जब इसका विरोध किया गया तो राशन दुकान संचालक ने कहा कि, 'जैसा गेहूं आ रहा है, वैसा ही गरीबों को दिया जा रहा है, आपको कोई दिक्कत है तो अधिकारियों से शिकायत कर सकते हैं.’
दुकान संचाल की बात सुनकर गरीब परिवार गेहूं का बोरा लेकर सीधा कलेक्टर कार्यालय पहुंचा, जहां कलेक्टर से मुलाकात नहीं होने पर पीड़ित परिवार ने गेहूं को जमीन पर रखकर लोगों को दिखाया, जो इंसान तो दूर जानवर भी नहीं खा सकते हैं.
उमरिया और चंदनवाड़ा में सरकार ने गेहूं खरीदी कर अनाज खुले में रखा है. बारिश में गेहूं खराब हो गया है, जिसे राशन दुकानों के जरिए गरीबों को बांटा जा रहा है.