छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा निर्धारित किए गए समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी मामले में इस बार जिले में रिकॉर्ड खरीदी की गई है. 15 अप्रैल से 26 मई 2020 तक 105 गेहूं खरीदी केंद्रों पर समर्थन मूल्य के आधार पर 1925 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से गेहूं का उपार्जन किया गया था.
जिला आपूर्ति अधिकारी जीपी लोधी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि जिले के कुल 39 हजार 282 किसानों ने गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया था. उपार्जन की अवधि में 29 हजार 792 किसानों द्वारा कुल 23 लाख 30 हजार 871 क्विंटल गेहूं का विक्रय समर्थन मूल्य पर किया गया.
किसानों द्वारा बिक्री की गई मात्रा के अनुसार 448 करोड़ 69 लाख 23 हजार 744 रुपए के ऑनलाइन भुगतान की कार्रवाई पोर्टल के माध्यम से हो रही है. इसमें से अभी तक 383 करोड़ 67 लाख 30 हजार 922 रुपए का भुगतान किसानों के खाते में किया जा चुका है. बाकी राशि किसानों के खातों में ऑनलाइन भुगतान की जा रही है.
खरीदी में टॉप पर मध्यप्रदेश
इस साल मध्य प्रदेश के अन्नदाताओं ने कमाल कर दिखाया है. सरकारी गोदाम गेहूं से भर दिए हैं. प्रदेश में गेहूं की अब तक की सबसे ज्यादा पैदावार हुई है. कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच एमपी के किसानों ने गेहूं बेचने के मामले में नया रिकॉर्ड बनाया है. पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया है. मध्यप्रदेश सरकार ने करीब एक करोड़ 29 लाख 28 हजार मीट्रिक ट्रेन गेहूं खरीदा है, जो अब तक का ऑल टाइम रिकॉर्ड है. मध्य प्रदेश के इतिहास में यह गेहूं की सबसे अधिक खरीद है. लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के इस दौर में यह सब संभव हो पाया सिर्फ बेहतरीन मैनेजमेंट और किसानों की मेहनत के कारण.