छतरपुर। जिले के बड़ामलहरा जनपद पंचायत के बूदोर सरपंच के विरोध में सभी ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठ गए, जिन्हें घुवारा के तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर समझाया और हरसंभव कार्रवाई करने का भरोसा दिया. बुधवार शाम 7 बजे ग्रामीणों को मिठाई खिलाकर अनशन खत्म कराया गया.
दरअसल सरपंच ने गांव की शासकीय भूमि पर 'मंगल भवन' के नाम पर जनपद के सब इंजीनियर से ले-आउट बनाकर खुद के लिए एक आलीशान मकान बनवा लिया. इसकी जानकारी ग्रामीणों को तब हुई, जब मकान पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया और सरपंच ने वहां अपना डेरा जमा लिया.
इसके बाद ग्रामीणों ने तहसीलदार को सूचना दी. तहसीलदार ने न्यायालय में सरपंच को बेदखली का आदेश दिया है कि अगर सात दिनों में मकान खाली नहीं किया जाता है, तो विवादित भवन को गिरा दिया जाएगा. इसी शर्त के साथ ग्रामीणों ने तहसीलदार के समक्ष अनशन बंद किया.
ग्रामीणों ने सरपंच पर गम्भीर आरोप लगाकर पंचायत द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों की भी जांच की मांग की है. कार्रवाई नहीं होने पर गांववालों ने भूख हड़ताल की चेतावनी दी है. गांववालों ने कहा कि वे जिला मुख्यालय तक पदयात्रा कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अनशन पर बैठेंगे.