छतरपुर। जिले में कुपोषण अपने पैर पसार रहा है. कर्री गांव में दो बच्चे कुपोषण के शिकार पाए गए हैं. दोनों-भाई बहन का वजन उम्र के हिसाब से बेहद कम है. परिवार का आरोप है कि उन्हें शासन-प्रशासन और सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं मिल रही है.
बच्ची की उम्र 6 महीने है, जिसका वजन केवल 3 किलो है, जबकि इस उम्र में उसका वजन करीब 7 किलो होना चाहिए. वहीं बच्चे की उम्र दो साल है, जिसका वजन 7 किलो के आस-पास है, जबकि 9 किलो वजन होना चाहिए.
भारत को वैश्विक शक्ति बनाने के लिए सरकारें भले ही दम भर रही हों, लेकिन अगर देश का भविष्य कुपोषण के अंधकार में हो तो भारत कैसे विश्व शक्ति बन सकता है.