ETV Bharat / state

हनी ट्रैप: 'हुस्न की परी' गिरफ्तार, तीन साल से STF कर रही थी तलाश - हनी ट्रैप मामला

हनी ट्रैप मामले में पिछले तीन सालों से एसटीएफ की टीम को चकमा देने वाली आरोपी रूपा अहिरवार को उसके छोटे भाई के साथ गिरफ्तार कर लिया है, जिसके कब्जे से तीन जिंदा कारतूस और एक देसी कट्टा के अलावा कई दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं.

Honey trap
हनी ट्रैप
author img

By

Published : Apr 7, 2021, 7:09 AM IST

Updated : Apr 7, 2021, 7:18 AM IST

छतरपुर। मध्य प्रदेश में चर्चित हनी ट्रैप मामले में एक बड़ी गिरफ्तारी हुई है. STF की टीम ने जिले के पनोठा गांव में छापामार कार्रवाई करते हुए हनी ट्रैप की एक मुख्य आरोपी रूपा अहिरवार को गिरफ्तार किया है. इस मामले में रूपा पिछले 3 सालों से फरार चल रही थी. एसटीएफ से लेकर पुलिस की कई टीमें रूपा को पकड़ने के लिए पिछले 3 सालों से लगातार प्रयास कर रही थी.

पिछले तीन सालों से रूपा एसटीएफ को चकमा देकर छतरपुर में अपनी फरारी काट रही थी, लेकिन एसटीएफ की टीम रूपा के गांव पहुंची. छापामार कार्रवाई करते हुए रूपा को गिरफ्तार कर लिया. टीम ने रूपा के अलावा उसके छोटे भाई को भी गिरफ्तार किया है. मौके से टीम ने तीन जिंदा कारतूस और एक देसी कट्टा के अलावा रूपा के मकान से कई दस्तावेज जब्त किए हैं.

हनी ट्रैप मामले ने प्रदेश की राजनीति में ला दिया था भूचाल

मध्य प्रदेश में हनी ट्रैप मामले में न सिर्फ राजनीतिक भूचाल लाया था बल्कि कई आईपीएस और आईएएस अधिकारियों की भी सांसे थम गई थी. हुस्न के जाल में फंसाकर कुछ महिलाएं किस तरह से लोगों को ब्लैकमेल करती थी, उनसे मोटी रकम ऐठती थी. इसका खुलासा होते ही प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में हनी ट्रैप की चर्चाएं होने लगी थी. वहीं इस मामले में छतरपुर निवासी मुख्य आरोपी आरती दयाल का नाम आते ही जिले में हड़कंप मच गया. STF की टीम ने कई बार आरती दयाल के घर पर दबिश दी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए.

कौन है रूपा अहिरवार ?

रूपा अहिरवार छतरपुर जिले के नोखा गांव की रहने वाली है. 2017 में वह पढ़ाई करने के लिए भोपाल आई हुई थी. उसकी मुलाकात आरती दयाल से हुई. आरती दयाल ने ही उसे अपने साथ रखा था. नौकरी देने का वादा किया था. रूपा की मां का कहना है कि रूपा कई बार आरती दयाल का जिक्र घर में करती थी. बार-बार यह बताती थी कि आरती की भोपाल में कई फैक्ट्रियां हैं, जहां पर काम करने के लिए वह उसे अपने साथ भोपाल में रखना चाहती है. रूपा की मां का ये भी कहना है कि उसकी बेटी बेकसूर है. उसे आरती दयाल ने फंसाया है.

रूपा अहिरवार की शादी उसके माता-पिता ने इटारसी में की थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही रूपा का अपने पति के साथ तलाक हो गया, जिसके बाद रूपा वापस अपने गांव आ गई. अपने घर में ही रहने लगी, लेकिन कुछ दिनों बाद रूपा ने अपने माता-पिता से भोपाल में जाकर एक बार फिर पढ़ाई करने के लिए कहा, तो उसके माता-पिता ने उसे भोपाल भेज दिया. जहां पर रूपा का संपर्क आरती दयाल से हुआ. पुलिस ने जब आरती को गिरफ्तार किया, तो उसी जांच के दौरान रूपा का नाम सामने आया. बताया जा रहा है कि एक होटल के कमरे में रूपा और आरती दयाल साथ भी रुकी थी.

हुस्न का जाल! 20 लाख गंवाने के बाद भी दलदल में हांफ रहा 'मजनू'



3 साल से चल रही थी फरार
रूपा 2019 से हनी ट्रैप मामले में फरार चल रही थी. इस मामले के लगभग सभी आरोपी अब गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन पिछले 3 सालों तक रूपा एसटीएफ को चकमा देने में कामयाब रही. एसटीएफ की टीम उसके घर पर कई बार दबिश दे चुकी थी, लेकिन किसी प्रकार की कोई सफलता हाथ नहीं लगी. इस बार एसटीएफ जब घर पहुंची, तो टीम में महिलाएं भी थी. यही वजह रही कि इस बार STF परिवार के लोगों से न सिर्फ सख्ती से पेश आई, बल्कि रूपा के माता-पिता जहां रहते हैं उस पूरे मकान की खाना तलाशी भी ली. पुलिस ने रूपा के छोटे भाई को गिरफ्तार किया, जिसके बाद उसके ही मोबाइल की कॉल डिटेल्स के माध्यम से रूपा को गिरफ्तार किया गया.

रूपा और उसके भाई को भोपाल ले गई STF
एसटीएफ ने रूपा के साथ-साथ उसके छोटे भाई को गिरफ्तार किया है. रूपा की मां का कहना है कि उन्हें इस बात का कोई गम नहीं है कि उनकी बेटी के साथ क्या हो रहा है ?, लेकिन अगर उन्हें कोई दुख है, तो अपने बेटे का, जो बिना किसी अपराध के परेशानी उठा रहा है.

छतरपुर। मध्य प्रदेश में चर्चित हनी ट्रैप मामले में एक बड़ी गिरफ्तारी हुई है. STF की टीम ने जिले के पनोठा गांव में छापामार कार्रवाई करते हुए हनी ट्रैप की एक मुख्य आरोपी रूपा अहिरवार को गिरफ्तार किया है. इस मामले में रूपा पिछले 3 सालों से फरार चल रही थी. एसटीएफ से लेकर पुलिस की कई टीमें रूपा को पकड़ने के लिए पिछले 3 सालों से लगातार प्रयास कर रही थी.

पिछले तीन सालों से रूपा एसटीएफ को चकमा देकर छतरपुर में अपनी फरारी काट रही थी, लेकिन एसटीएफ की टीम रूपा के गांव पहुंची. छापामार कार्रवाई करते हुए रूपा को गिरफ्तार कर लिया. टीम ने रूपा के अलावा उसके छोटे भाई को भी गिरफ्तार किया है. मौके से टीम ने तीन जिंदा कारतूस और एक देसी कट्टा के अलावा रूपा के मकान से कई दस्तावेज जब्त किए हैं.

हनी ट्रैप मामले ने प्रदेश की राजनीति में ला दिया था भूचाल

मध्य प्रदेश में हनी ट्रैप मामले में न सिर्फ राजनीतिक भूचाल लाया था बल्कि कई आईपीएस और आईएएस अधिकारियों की भी सांसे थम गई थी. हुस्न के जाल में फंसाकर कुछ महिलाएं किस तरह से लोगों को ब्लैकमेल करती थी, उनसे मोटी रकम ऐठती थी. इसका खुलासा होते ही प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में हनी ट्रैप की चर्चाएं होने लगी थी. वहीं इस मामले में छतरपुर निवासी मुख्य आरोपी आरती दयाल का नाम आते ही जिले में हड़कंप मच गया. STF की टीम ने कई बार आरती दयाल के घर पर दबिश दी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए.

कौन है रूपा अहिरवार ?

रूपा अहिरवार छतरपुर जिले के नोखा गांव की रहने वाली है. 2017 में वह पढ़ाई करने के लिए भोपाल आई हुई थी. उसकी मुलाकात आरती दयाल से हुई. आरती दयाल ने ही उसे अपने साथ रखा था. नौकरी देने का वादा किया था. रूपा की मां का कहना है कि रूपा कई बार आरती दयाल का जिक्र घर में करती थी. बार-बार यह बताती थी कि आरती की भोपाल में कई फैक्ट्रियां हैं, जहां पर काम करने के लिए वह उसे अपने साथ भोपाल में रखना चाहती है. रूपा की मां का ये भी कहना है कि उसकी बेटी बेकसूर है. उसे आरती दयाल ने फंसाया है.

रूपा अहिरवार की शादी उसके माता-पिता ने इटारसी में की थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही रूपा का अपने पति के साथ तलाक हो गया, जिसके बाद रूपा वापस अपने गांव आ गई. अपने घर में ही रहने लगी, लेकिन कुछ दिनों बाद रूपा ने अपने माता-पिता से भोपाल में जाकर एक बार फिर पढ़ाई करने के लिए कहा, तो उसके माता-पिता ने उसे भोपाल भेज दिया. जहां पर रूपा का संपर्क आरती दयाल से हुआ. पुलिस ने जब आरती को गिरफ्तार किया, तो उसी जांच के दौरान रूपा का नाम सामने आया. बताया जा रहा है कि एक होटल के कमरे में रूपा और आरती दयाल साथ भी रुकी थी.

हुस्न का जाल! 20 लाख गंवाने के बाद भी दलदल में हांफ रहा 'मजनू'



3 साल से चल रही थी फरार
रूपा 2019 से हनी ट्रैप मामले में फरार चल रही थी. इस मामले के लगभग सभी आरोपी अब गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन पिछले 3 सालों तक रूपा एसटीएफ को चकमा देने में कामयाब रही. एसटीएफ की टीम उसके घर पर कई बार दबिश दे चुकी थी, लेकिन किसी प्रकार की कोई सफलता हाथ नहीं लगी. इस बार एसटीएफ जब घर पहुंची, तो टीम में महिलाएं भी थी. यही वजह रही कि इस बार STF परिवार के लोगों से न सिर्फ सख्ती से पेश आई, बल्कि रूपा के माता-पिता जहां रहते हैं उस पूरे मकान की खाना तलाशी भी ली. पुलिस ने रूपा के छोटे भाई को गिरफ्तार किया, जिसके बाद उसके ही मोबाइल की कॉल डिटेल्स के माध्यम से रूपा को गिरफ्तार किया गया.

रूपा और उसके भाई को भोपाल ले गई STF
एसटीएफ ने रूपा के साथ-साथ उसके छोटे भाई को गिरफ्तार किया है. रूपा की मां का कहना है कि उन्हें इस बात का कोई गम नहीं है कि उनकी बेटी के साथ क्या हो रहा है ?, लेकिन अगर उन्हें कोई दुख है, तो अपने बेटे का, जो बिना किसी अपराध के परेशानी उठा रहा है.

Last Updated : Apr 7, 2021, 7:18 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.