छिंदवाड़ा। सौंसर विधानसभा क्षेत्र में विकास को लेकर स्थानीय नेताओं द्वारा लाख दावे किए, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां करती है. आजादी के 73 साल बीत जाने के बाद भी सौंसर के लोगों को सड़क भी नसीब नहीं हो सकी है.
सड़क न होने के चलते बच्चे, महिलाओं, मरीजों और पुरुषों को दलदल की कच्ची सड़क से आना- जाना पड़ता है. परतापुर और अंबाड़ी से पावनवाड़ी तीन किलोमीटर दूर है, जहां कोई सड़क नहीं है. गर्भवती महिलाओं को बैलगाड़ी से ले जाना पड़ता है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव में वोट मांगने और जीतने के बाद नेता यहां मुड़कर भी नहीं देखते हैं.
जब कि ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर कई बार कांग्रेस और बीजेपी के जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया, लेकिन आज तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका है. वहीं इस मामले में विधायक विजय चौरे का कहना है कि मुख्यमंत्री के सहयोग से हाल ही में बजट में 24 करोड़ की लागत से सड़क सौसर क्षेत्र में स्वीकृत कराई गई है.