छतरपुर। छतरपुर जिले की राजनगर विधानसभा की बात करें तो ये एक ऐसी विधानसभा है, जिसमें विश्व पर्यटन स्थल खजुराहो है, जहां की चंदेलकालीन मूर्ति कला दुनिया भर में प्रसिद्ध है. मध्यप्रदेश का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट खजुराहो राजनगर विधानसभा में स्थित है, खजुराहो का प्रसिद्ध मंतगेश्वर मंदिर भी राजनगर में स्थित है. खास बात ये है कि राजनगर विधानसभा छतरपुर जिले की सबसे ज्यादा मतदाताओं वाली विधानसभा है.
राजनगर विधानसभा सीट का परिचय: छतरपुर जिले की सबसे ज्यादा मतदाताओं वाली विधानसभा राजनगर की बात करें, तो ये विधानसभा 1951 में पहली बार अस्तित्व में आई. ये विधानसभा 1951 में विंध्यप्रदेश की 48 विधान सभा में से एक थी, 1956 में मध्यप्रदेश के गठन के साथ समाप्त कर दी गयी. 2008 के परिसीमन के बाद राजनगर फिर से अस्तित्व में आयी, राजनगर विधानसभा खजुराहो, लवकुश नगर और राजनगर नगर पंचायत और जिले के लवकुश नगर और राजनगर तहसील के कुछ हिस्सों में फैली है और खजुराहो लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है.
राजनगर विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास: राजनगर विधानसभा की बात करें तो मौजूदा सत्ताधारी दल भाजपा के लिए ये विधानसभा परेशानी का सबब बनी हुई है, पिछले 15 साल से इधर कांग्रेस के विक्रम सिंह नाती राजा लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं. विक्रम सिंह यहां के राजपरिवार से ताल्लुक रखते हैं और स्थानीय लोगों में काफी पकड़ है, 2013 में त्रिकोणीय संघर्ष और 2018 में चतुष्कोणीय संघर्ष के बाद भी विक्रम सिंह नातीराजा चुनाव जीतने में सफल रहे लगातार विधायक बने हुए हैं.
राजनगर विधानसभा सीट का 2008 का चुनाव: 2008 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनो ने राजपरिवार से जुड़े नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा. कांटे के मुकाबले में कांग्रेस के विक्रमसिंह नातीराजा को 33 हजार 621 वोट मिले और भाजपा के शंकर प्रताप सिंह मुन्ना राजा को 30 हजार 589 वोट मिले, इस प्रकार कठिन मुकाबले में कांग्रेस के विक्रमसिंह नातीराजा 3 हजार 32 मतों से चुनाव जीतने में सफल रहे.
राजनगर विधानसभा सीट का 2013 का चुनाव: विधानसभा चुनाव 2013 में त्रिकोणीय संघर्ष के बावजूद कांग्रेस नेता वीर विक्रमसिंह नातीराजा फिर चुनाव जीतने में सफल रहे. कांग्रेस के वीरविक्रम सिंह नातीराजा को 54 हजार 643 मत मिले, तो दूसरी तरफ भाजपा के रामकृष्ण कुसमारिया को 46 हजार 36 मत मिले और बसपा के बाला प्रसाद पटेल 14 हजार 468 मत हासिल करने में कामयाब रहे. इस तरह 8 हजार 607 मतों से वीरविक्रम सिंह चुनाव जीत गए.
राजनगर विधानसभा सीट का 2018 का चुनाव: विधानसभा चुनाव 2018 में राजनगर में चतुष्कोणीय संघर्ष देखने को मिला, कांग्रेस के वीरविक्रम सिंह नातीराजा को 40 हजार 362 मत हासिल करने में कामयाब रहे. भाजपा के अरविंद पटैरिया को 39 हजार 630 वोट मिले, वहीं बसपा के विनोद पटेल 28 हजार 972 मत और सपा के नितिन चतुर्वेदी को 23 हजार 785 मत मिले. चतुष्कोणीय संघर्ष के बाद भी नातीराजा महज 732 वोटों से जीत गए.
राजनगर विधानसभा सीट के जातीय समीकरण: राजनगर सीट की बात करें तो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है, यहां सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है, यहां करीब 55 हजार एससी मतदाता है. इसके अलावा कुर्मी मतदाता करीब 35 हजार और कुशवाहा जाति के 20 हजार मतदाता है, जो कि हार जीत के फैसले में अहम भूमिका निभाते हैं. वहीं 20 हजार ब्राह्मण और 12 हजार यादव मतदाता भी अहम भूमिका निभाते हैं.
राजनगर विधानसभा सीट के चुनावी मुद्दे: राजनगर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो आता है और मध्यप्रदेश का एक मात्र अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा यहीं खजुराहो में मौजूद है, लेकिन पर्यटन और हवाई कनेक्टिविटी के बाद भी यहां लोग रोजगार की समस्या से जूझ रहे हैं. यहां पर कई बार पर्यटन के जरिए स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर पैदा करने की बात कही गयी, लेकिन बुंदेलखंड के अन्य इलाकों की तरह राजनगर विधानसभा के लोग भी पलायन के लिए मजबूर है. राजनगर विधानसभा में पेयजल की समस्या एक बडी समस्या है, इसके अलावा स्वास्थ्य सुविधाओं के हाल भी बदहाल है.
राजनगर विधानसभा सीट के टिकिट के दावेदार: कांग्रेस - लगातार तीन बार से विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे विक्रम सिंह नातीराजा का टिकट तय माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस से पूर्व विधायक रहे शंकर सिंह बुंदेला और सिद्धार्थ सिंह बुंदेला भी टिकट के प्रबल दावेदार है. वहीं राजनगर से जीत का इंतजार कर रही भाजपा से अरविंद पटैरिया, मलखान सिंह चौहान और घासीराम पटेल भी टिकट मांग रहे हैं.