छतरपुर। सामूहिक विवाह समारोह में 2 पुनर्विवाह भी हुए. सबसे विशेष विवाह ग्राम पनागर निवासी सुशीला कुशवाहा का रहा. जिनकी शादी लखनगुवां निवासी अज्जू कुशवाहा के साथ हुई. बता दें कि कुछ महीने पहले सुशीला कुशवाहा के पूर्व पति ने आत्महत्या कर ली थी. पारिवारिक विवाद और कर्ज के चलते पति के साथ छोड़ देने के कारण सुशीला अपने 3 बच्चों के साथ अकेली हो गईं थी. सुशीला की मुलाक़ात 1 माह पहले 8 किलोमीटर दूर के गांव लखनगुवां निवासी अज्जू कुशवाहा से हुई थी.
महिला ने प्रेमी को सुनाई व्यथा : सुशीला ने अपनी व्यथा उसे बताई. अज्जू की शादी नहीं हुई थी. दोनों में आपसी सहमति बनी और अज्जू ने उसे उसके बच्चों सहित स्वीकारने और शादी करने की बात कही. जिस पर दोनों राजी हो गये. सुशीला के परिजन तैयार नहीं थे तो दोनों ने अपनी मर्ज़ी से शादी करने का मन बनाया और रजिस्ट्रेशन कर मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना अंतर्गत छतरपुर नगरपालिका में अपना विवाह संपन्न कराया. इस दौरान वधूपक्ष से कोई भी मौजूद नहीं रहा. सिर्फ उसके तीनों बच्चे मौजूद रहे. वहीं वर पक्ष से सभी मौजूद थे.
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दंपती की नई जिंदगी शुरू : विवाह के बाद पति-पत्नि नई जिंदगी के लिए उत्साहित नजर आए. सुशीला ने पहले भी प्रेम विवाह किया था. पहले पति से उसके 3 बच्चे हैं लेकिन पति की 3 माह पहले ही मौत हो जाने से ससुराल में अकेली थी. हाल ही में पास के लखनगुवां गांव के अज्जू से 1 माह पहले मुलाकात हुई और यह मुलाक़ात प्रेम प्रसंग में बदल गई. वहीं अज्जू का कहना है कि मुझे उसके शादीशुदा और विधवा होने से कोई मलाल नहीं था. मैंने सुशीला को उसके तीनों बच्चों के साथ स्वीकार किया है. इस विवाह समारोह में फिर सुशीला कहीं नहीं एक और पुनर्विवाह हुआ है. बड़ा मलहरा क्षेत्र की ग्राम चिराला निवासी अभिलाषा घोष का भी पुनर्विवाह हुआ है. उसके पति की मौत एक एक्सीडेंट में हुई थी पर उनके कोई बच्चे नहीं हैं.