ETV Bharat / state

7 महीने की बच्ची ने निगल लिया मंगलसूत्र का पैंडल, ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने बचाई जान

महोबा में रहने वाले हरेंद्र कुमार की 7 महीने की बेटी प्रिया राजपूत ने मां के मंगलसूत्र का पेंडल निगल लिया. दिनभर परिजन अलग-अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भटकते रहे. आखिरकार छतरपुर जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके किसी तरह पेंडल को बाहर निकाला और मासूम की जान बचाई.

Mangalasutra was kidnapped
बच्ची ने गटक लिया मंगलसूत्र
author img

By

Published : Jun 9, 2020, 6:52 PM IST

छतरपुर। महोबा में रहने वाले हरेंद्र कुमार की 7 महीने की बेटी प्रिया राजपूत ने मां के मंगलसूत्र का पेंडल निगल लिया. जैसे ही परिजनों को पता लगा और बच्ची को सांस लेने में परेशानी होने लगी, उसे तत्काल महोबा जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां उपचार नहीं मिलने के बाद परिजन छतरपुर पहुंचे और यहां भी दिनभर वो अलग-अलग जगहों पर उपचार के लिए भटकते रहे. कुछ अस्पतालों में पेंडल निकालने का प्रयास भी किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली. आखिरकार छतरपुर जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके किसी तरह पेंडल को बाहर निकाला और मासूम की जान बचाई.

mangalasutra pandal
बच्ची ने गटक लिया मंगलसूत्र

जिला अस्पताल के डॉ. शरद चौरसिया के मुताबिक शाम करीब 4 बजे जैसे ही उन्हें इस मामले की जानकारी मिली, वो तत्काल ही अपनी डॉक्टर पत्नी श्वेता चौरसिया के साथ अस्पताल पहुंचे. एक कॉल पर ही एनिस्थिसिया डॉ. विनीत पटेरिया भी अस्पताल पहुंच गए. इसके बाद मिलकर बच्ची के गले में फंसे पेंडल को निकालने के प्रयास शुरू किए गए, आखिरकार सावधानी के साथ पैंडल को निकाला लिया गया. फिलहाल बच्ची को अस्पताल में ही भर्ती किया गया है.

बच्ची के पेंडल निगलने के बाद से ही परिजनों के होश उड़े हुए थे. बच्ची की हालत को देखते हुए डॉक्टर भी जान जाने की खतरा जता रहे थे, जिला अस्पताल में जब ऑपरेशन सफल हुआ, तो माता-पिता के चेहरे पर मुस्कान लौट आई, सभी ने डॉक्टरों को धन्यवाद दिया.

छतरपुर। महोबा में रहने वाले हरेंद्र कुमार की 7 महीने की बेटी प्रिया राजपूत ने मां के मंगलसूत्र का पेंडल निगल लिया. जैसे ही परिजनों को पता लगा और बच्ची को सांस लेने में परेशानी होने लगी, उसे तत्काल महोबा जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां उपचार नहीं मिलने के बाद परिजन छतरपुर पहुंचे और यहां भी दिनभर वो अलग-अलग जगहों पर उपचार के लिए भटकते रहे. कुछ अस्पतालों में पेंडल निकालने का प्रयास भी किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली. आखिरकार छतरपुर जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके किसी तरह पेंडल को बाहर निकाला और मासूम की जान बचाई.

mangalasutra pandal
बच्ची ने गटक लिया मंगलसूत्र

जिला अस्पताल के डॉ. शरद चौरसिया के मुताबिक शाम करीब 4 बजे जैसे ही उन्हें इस मामले की जानकारी मिली, वो तत्काल ही अपनी डॉक्टर पत्नी श्वेता चौरसिया के साथ अस्पताल पहुंचे. एक कॉल पर ही एनिस्थिसिया डॉ. विनीत पटेरिया भी अस्पताल पहुंच गए. इसके बाद मिलकर बच्ची के गले में फंसे पेंडल को निकालने के प्रयास शुरू किए गए, आखिरकार सावधानी के साथ पैंडल को निकाला लिया गया. फिलहाल बच्ची को अस्पताल में ही भर्ती किया गया है.

बच्ची के पेंडल निगलने के बाद से ही परिजनों के होश उड़े हुए थे. बच्ची की हालत को देखते हुए डॉक्टर भी जान जाने की खतरा जता रहे थे, जिला अस्पताल में जब ऑपरेशन सफल हुआ, तो माता-पिता के चेहरे पर मुस्कान लौट आई, सभी ने डॉक्टरों को धन्यवाद दिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.