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लगातार हो रही बारिश से संकट मोचन तालाब हुआ लबालब, मकानों में घुसा पानी

छतरपुर में 2 दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण संकट मोचन तालाब से लगे क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये हैं. जिससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

बारिश से संकट मोचन तालाब हुआ लबालब
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Published : Sep 20, 2019, 5:14 AM IST

छतरपुर। पिछले 2 दिनों से हो रही लगातार बारिश ने रहवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी है. कुछ इलाकों में तो ऐसे हालात हो गये हैं कि मकानों में पानी घुस गया है. जिससे जिले में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.

संकट मोचन तालाब हुआ लबालब!

जिले का संकट मोचन तालाब से लगे क्षेत्र में बने लगभग 50 से 60 मकानों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये हैं. कुछ मकान ज्यादा बारिश होने की वजह से लगभग डूब गये हैं तो कुछ मकानों के अंदर पानी घुस गया है. जिस वजह से मकानों में रहने वाले लोगों के लिये मुसीबत बढ़ गई है. इस कारण लोग कई दिनों से अपने रोजमर्रा के काम पानी में करने को मजबूर हैं.

रहवासी अब्दुल गफ्फार का कहना है कि कई बार स्थानीय प्रशासन से इस बात की गुहार लगा चुके हैं कि या तो तालाब का सीमांकन कराया जाये या फिर इसके चारों ओर एक बाउंड्री बना दी जाए. जिससे तालाब का पानी लोगों के घरों में ना आ सके. लेकिन अब तक प्रशसान का ध्यान इस ओर नहीं गया है.

मामले में ADM प्रेम सिंह चौहान ने कहा कि अगर पानी के चलते लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो जल्द ही उस एरिया में जाकर मुआयना कर लोगों को यथासंभव मदद दी जाएगी.

छतरपुर। पिछले 2 दिनों से हो रही लगातार बारिश ने रहवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी है. कुछ इलाकों में तो ऐसे हालात हो गये हैं कि मकानों में पानी घुस गया है. जिससे जिले में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.

संकट मोचन तालाब हुआ लबालब!

जिले का संकट मोचन तालाब से लगे क्षेत्र में बने लगभग 50 से 60 मकानों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये हैं. कुछ मकान ज्यादा बारिश होने की वजह से लगभग डूब गये हैं तो कुछ मकानों के अंदर पानी घुस गया है. जिस वजह से मकानों में रहने वाले लोगों के लिये मुसीबत बढ़ गई है. इस कारण लोग कई दिनों से अपने रोजमर्रा के काम पानी में करने को मजबूर हैं.

रहवासी अब्दुल गफ्फार का कहना है कि कई बार स्थानीय प्रशासन से इस बात की गुहार लगा चुके हैं कि या तो तालाब का सीमांकन कराया जाये या फिर इसके चारों ओर एक बाउंड्री बना दी जाए. जिससे तालाब का पानी लोगों के घरों में ना आ सके. लेकिन अब तक प्रशसान का ध्यान इस ओर नहीं गया है.

मामले में ADM प्रेम सिंह चौहान ने कहा कि अगर पानी के चलते लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो जल्द ही उस एरिया में जाकर मुआयना कर लोगों को यथासंभव मदद दी जाएगी.

Intro: मध्यप्रदेश में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है छतरपुर जिले में पिछले 2 दिनों से गिर रहा पानी लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है आलम यह है कि जिले के कुछ इलाकों में हालात बार जैसे हो गए हैं जिसको लेकर लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तालाबों के किनारे बने कुछ मकानों में पानी घुस जाने की वजह से मकानों के अंदर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं जिसके वजह से लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है!


Body: छतरपुर जिले का संकट मोचन तालाब इन दिनों कुछ लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है तालाब के भराव क्षेत्र में बने लगभग 50 से 60 मकानों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं कुछ मकान तो अधिक वर्षा होने की वजह से लगभग डूब गए हैं तो कुछ मकानों के अंदर पानी घुस गया है जिसके वजह से मकानों में रहने वाले लोगों के लिए पानी मुसीबत बन गया है मकानों में रहने वाले लोग इसलिए कई दिनों से अपने रोजमर्रा के काम पानी में डूबते हुए कर रहे हैं!

संकट मोचन तालाब के किनारे से लगी हुई ताज कॉलोनी के कुछ मकानों में पानी घुस गया है और लोग स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं!

मकान में रहने वाले सिराज बताते हैं कि अधिक बारिश होने की वजह से उनके घरों में पानी भर गया है ज्यादातर सामान पानी में डूब गया है अब दिन भर के कई काम ऐसे ही पानी में डूबकर करने पड़ रहे हैं!

बाइट_सिराज

सिराज के पिता अब्दुल गफ्फार बताते हैं कि आज से 10 साल पहले उन्होंने इस जगह पर अपना मकान बनाया था मुझे नहीं पता था कि यह तालाब का भराव क्षेत्र है लेकिन अब पानी भरने की वजह से खासी परेशानी उठानी पड़ रही है हालात इतने खराब हैं कि घर में छोटे-छोटे बच्चों को दिनभर देखना पड़ता है कि कहीं उनके साथ कोई हादसा ना हो जाए गफ्फार बताते हैं कि आज तक इस तालाब का ना तो हुआ है और ना ही इसका सीमांकन किया गया है अब्दुल गफ्फार का कहना है कि कई बार स्थानीय प्रशासन से इस बात की गुहार लगा चुके हैं कि या तो तालाब का सीमांकन कराया जाए या फिर इसके चारों ओर एक बना दी जाए ताकि तालाब का पानी लोगों के घरों में ना जा सके!

बाइट_अब्दुल गफ्फार

अब्दुल गफ्फार की पत्नी नफीसा बेगम रोते हुए बताती हैं कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी वह जिस जमीन को खरीद रही हैं वह तालाब का भराव क्षेत्र है लोगों ने जमीन बेचकर पैसे तो ले लिए लेकिन उन्हें अब पिछले कई सालों से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं जिस वजह से खतरा हमेशा बना रहता है!

बाइट_नफीसा बेगम


Conclusion:लगातार हो रही बारिश की वजह से जिले के सभी तालाब लगभग उफान पर हैं अगर इसी तरह बारिश होती रही तो कुछ दिनों में तालाबों का पानी सड़कों पर भी आ जाएगा ऐसे में स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि किसी न किसी तरीके से इन तालाबों के पानी का निष्कासन करने की व्यवस्था की जाए ताकि लोगों को इस प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े!
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