छतरपुर। मध्य प्रदेश से वैसे तो तोकते तूफान जा चुका है, लेकिन बुंदेलखंड के कुछ हिस्सों में इस तूफान से हुए नुकसान की तस्वीरें अभी भी सामने आ रही हैं. बुंदेलखंड का किसान लॉकडाउन के चलते पहले से ही अपनी फसलों के दामों को लेकर परेशान था, तो वही रही सही कसर इस तूफान ने पूरी कर दी. बुंदेलखंड के कई हिस्सों में तरबूज एवं खरबूज की खेती करने वाले किसानों की फसल इस तूफान के चलते पूरी तरह से बर्बाद हो गई है.
50 एकड़ में लगी फसल बर्बाद
छतरपुर जिले के राजनगर विधानसभा क्षेत्र के गांव रनगंवा में लगभग 50 एकड़ में लगी तरबूज एवं खरबूज की खेती को लगभग 80 प्रतिशत का नुकसान हुआ है. तोकते तूफान की वजह से इस क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ओले गिरे, जिससे यह फसल लगभग 80 फीसदी तक खराब हो गई है. वैसे तो 50 एकड़ में लगी यह फसल अलग-अलग किसानों की थी, लेकिन तूफान की वजह से अब 50 एकड़ में लगी यह फसल सड़ रही है.
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कोरोना के बाद तोकते ने किया परेशान
तरबूज एवं खरबूज की खेती करने वाले एक किसान कुलदीप सिंह बुंदेला बताते हैं कि लॉकडाउन की वजह से पहले से ही परेशान थे, फसल के सही दाम नहीं मिल पा रहे थे और अब रही सही कसर इस तूफान ने पूरी कर दी. फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है.
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सरकार से किसानों को उम्मीद
तरबूज एवं खरबूज की खेती करने वाली एक महिला किसान कहती हैं कि तूफान की वजह से फसल पूरी तरह से तबाह हो चुकी है ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार को हम जैसे किसानों की ओर ध्यान देना चाहिए और कुछ मुआवजा भी मिलना चाहिए ताकि हम जैसे किसानों को जो नुकसान हुआ है उसकी थोड़ा बहुत भरपाई हो सके.