छतरपुर। जिले के लवकुशनगर के गल्ला मंडी खरीदी केंद्र में एसडीएम निशा बांगरे मुआयना करने पहुंचीं. शासन के नियमानुसार चने की फसल में जो गुणवत्ता होना चाहिए, यानी अन्य फसलों के दाने और तेवड़ा मुक्त चना मौके पर नहीं पाया गया. दिलचस्प बात यह है कि मौके पर जो भी सर्वेयर और कर्मचारी खरीदी केंद्र पर होते हैं वह नहीं दिखे. एसडीएम के आने के बाद सर्वेयर और अन्य कर्मचारी उपस्थित हुए. इस समस्या को लेकर जब एसडीएम से बता की की गई तो उन्होंने बताया कि गुणवत्ता को लेकर संबंधित कर्मचारियों से जवाब मांगा जाएगा. मौके पर उपस्थित किसान एसडीएम के मुआयना से संतुष्ट नहीं दिखे, क्योंकि एसडीएम द्वारा कर्मचारियों एवं सर्वेयर को फटकार नहीं लगाई गई. किसानों का आरोप है कि खरीदी केंद्र का पूरी तरह से संचालन रात में होता है.
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खुले कुएं दे रहे दुर्घटनाओं को आमंत्रण: छतरपुर जिले के लवकुशनगर अनुविभाग के चंदला से बसंतपुर तिराहा तक मुख्य सड़क के किनारे कई बिना मुंडेर के कुएं स्थित हैं, जो दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं. कलेक्टर छतरपुर संदीप जीआर ने राजस्व व पंचायत विभाग के जिम्मेदारों को आदेश दिये थे कि क्षेत्र में जर्जर बिना मुंडेर के कुओं, बावड़ियों को व्यवस्थित कर उसमें मुंडेर बनाने के साथ जर्जर सूखे कुओं को बंद किया जाए. लेकिन आदेश को लंबा समय बीत जाने के बाद भी क्रियान्वयन होता नहीं दिख रहा है. यहां तक कि इस गंभीर मामले में अभी तक चिन्हांकन तक नहीं किया जा सका है. चंदला से बसन्तपुर तिराहा से पहले हिडराबारी के समीप मुख्य सड़क किनारे और बलकौरा तिराहा के पास स्थित बिना मुंडेर के कुएं हैं, जिनसे कभी भी अप्रिय दुर्घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन जिम्मेदार इस ओर कोई ठोस पहल नहीं कर रहें हैं.