छतरपुर। एक ओर किसान जहां ओलावृष्टि से परेशान हैं. वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग भी किसानों के लिए मुसीबते बढ़ा रहा है. गौरिहार थाना क्षेत्र के रेवना गांव में रहने वाले 65 वर्षीय राम प्रसाद अनुरागी को बिजली चोरी (farmer arrested for electricity stealing in chhatarpur) के आरोप में शनिवार को जेल भेज दिया गया. वहीं परिजनों ने जमानत की गुहार लगाई है.
परिजनों को गिरफ्तारी के 24 घंटे बाद पता चला
रामप्रसाद की बेटी मोहिनी अनुरागी ने बताया कि उसे अपने पिता के गिरफ्तार होने और जेल भेजने की जानकारी एक दिन बाद पता चली. उन्होंने कहा कि उसके पिता को पुलिस ने शनिवार गौरिहार थाने में बुलाया था.
जब पिता घर नहीं आये तो हम लोगों ने उन्हें खोजना शुरू कर दिया. काफी देर परेशान होने के बाद जब मां के साथ थाने पहुंची, तो पता चला कि पिताजी को बिजली चोरी (electricity theft in chhatarpur) के इल्जाम में जेल भेज दिया गया है.
10 बीघा पट्टे की जमीन पर पलता है परिवार
मोहिनी ने बताया कि पिताजी के पास कुल 10 बीघा की जमीन है. नदी का किनारा होने की वजह से 6 बीघा जमीन डूब गई है. 4 बीघा जमीन पर पिताजी ने चने की खेती की है.
रामप्रसाद की बेटी ने बतायी घर की स्थिति
बेटी ने कहा कि कुछ महीनों पहले परिवार में एक शादी थी. बिजली विभाग (chhatarpur electricity department) से पूछकर हम लोगों ने खंबे से लाइट ली थी. दो दिनों बाद बिजली विभाग के लोगों ने वहां से तार हटा दिए थे. मामला शांत हो गया, लेकिन कई महीनों बाद पता चला कि पापा पर बिजली चोरी का प्रकरण दर्ज है. खाने के लिए पैसे, तो है नहीं केस कैसे लड़ते.
मोहिनी का कहना कि हम लोग बहुत गरीब हैं. हमारे पास गरीबी रेखा का राशनकार्ड भी है, फिर भी बिजली विभाग ने मेरे पिता के खिलाफ चोरी का प्रकरण बना दिया. पापा के जेल जाने के बाद घर में सिर्फ मैं और मेरी मां रामा बाई ही है. भाई लोग दिल्ली में काम करते हैं.
रामप्रसाद अनुरागी को शनिवार के दिन गिरफ्तार किया गया था. उनके खिलाफ विद्युत चोरी का स्थाई वारंट था. गिरफ्तारी के बाद उसे लवकुशनगर एडीजे अहिरवार की अदालत में पेश किया गया. जहां से रामप्रसाद को जेल भेज दिया.
हरिचरण यादव, प्रधान आरक्षक, गौरिहार थाना