छतरपुर। नौगांव थाना क्षेत्र के लुगासी चौकी के दौनी गांव में डेढ़ साल की दिव्यांशी को 80 फीट गहरे सूखे बोरवेल (18 months old divyanshi successfully rescued) से सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है. बच्ची को अस्पताल ले जाया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. फिलहाल बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है. राजेश कुशवाहा के खेत में बने बोरवेल में बच्ची के गिरने की सूचना मिलते ही तहसीलदार सुनीता सुहानी, नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और आनन फानन में ग्वालियर से रेस्क्यू टीम को बुलाकर बचाव कार्य शुरू किया गया था, घंटों चले ऑपरेशन के बाद बच्ची को निकाला गया.
स्वस्थ है बोलवेल से निकली दिव्यांशी
बच्ची बुधवार को करीब 80 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी. घंटों चले बचाव अभियान के बाद उसे निकालने में सफलता मिली है. सेना के जवानों ने भी बचाव अभियान में स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन की मदद की. बच्ची को अस्पताल पहुंचाया गया है. डॉ. आरएस प्रजापति ने बताया कि 'बच्ची की हालत ठीक है. जब बच्ची बोरवेल में थी तो उसे लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई (oxygen supply to divyanshi in borewell) दी गई थी.
बोरवेल से आई रोने की आवाज
परिजनों ने बताया कि बच्ची खेलते-खेलते घर से दूर निकल गई, जब बच्ची को ढूंढ ही रहे थे तभी अचानक खेत में बने बोर के अंदर से दिव्यांशी के रोने की आवाज आई. फिर झांककर देखा तो लगा की बच्ची बोरवेल में ही गिरी है, इसके बाद परिजन खुद से बाहर निकालने का प्रयास किये. जब उन्हें लगा कि वह अपने प्रयास में सफल नहीं हो पाएंगे तो उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी. अनुमान लगाया जा रहा था कि जिस बोर में बच्ची गिरी है, उसकी गहराई 15 फीट है. लेकिन रेस्क्यू के वक्त पता चला कि बोर की गहराई 80 फीट है.
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मौके पर पहुंची एडीआरएफ की टीम
बोरवेल में गिरी दिव्यांशी को सुरक्षित निकालने के लिए जिला प्रशासन ने स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स (SDRF) के दल को ग्वालियर से बुलाया गया था, साथ ही होमगार्ड छतरपुर की टीम भी घटना स्थल पर पहुंची थी, इसी के साथ ग्वालियर से फौजियों का दल भी रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंच गया. कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी रेस्क्यू का जायजा लेने के लिए मौके पर मौजूद रहे. प्रशासनिक अधिकारी परिजनों को ढांढस बंधाते रहे कि दिव्यांशी को जल्द बोरवेल से बाहर निकाल लिया जाएगा. फिलहाल दिव्यांशी सुरक्षित है.
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मध्यप्रदेश में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
करीब तीन माह पहले उज्जैन जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर रुईगढ़ा के जोगीखेड़ी के पास 5 साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई थी. ग्रामीणों ने हेकड़ी की मदद से बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाला और उसे अस्पताल लेकर गए थे. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.