भोपाल। विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा सीट हासिल करना चाहती है. 2014 की करारी हार का बदला लेने के लिए खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ताबड़तोड़ सभाओं के जरिए प्रचार किया है. उन्होंने प्रदेश के 4 चरणों में हुए चुनाव में 17 संसदीय सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों सीटों के समर्थन में वोट मांगे.
अंतिम चरण में राहुल गांधी को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का साथ मिला और उन्होंने तीन संसदीय सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में रोड शो और सभाओं को संबोधित किया. मंगलवार को राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश का अंतिम चुनावी दौरा किया है. मध्यप्रदेश में 29 लोकसभा सीटें हैं, पिछले विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीट हासिल करने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूरी ताकत लगाई है.
राहुल गांधी ने की 29 में से 17 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित किया. शुरुआती पहले और दूसरे चरण में तो राहुल गांधी मध्यप्रदेश कम ही आए, लेकिन तीसरे और अंतिम चरण में उन्होंने प्रदेश में दिन-दिन भर प्रचार-प्रसार किया. उनकी चुनावी सभाओं पर नजर डालें तो...
- 23 अप्रैल को शहडोल और जबलपुर लोकसभा सीट के लिए चुनावी सभाएं की.
- 30 अप्रैल को टीकमगढ़ के जतारा खजुराहो के अमानगंज और दमोह की पथरिया सीट पर चुनावी सभा संबोधित की.
- 1 मई को राहुल गांधी ने होशंगाबाद की पिपरिया में चुनावी सभा को संबोधित किया.
- 8 मई को राहुल गांधी ने रीवा में चुनावी सभा को संबोधित किया.
- 9 मई को राहुल गांधी ने सागर संसदीय सीट के बीना में चुनावी सभा को संबोधित किया।11 मई को राहुल गांधी ने देवास के शुजालपुर, धार के अमझेरा और खरगोन में चुनावी सभा को संबोधित किया.
- 14 मई को राहुल गांधी ने रतलाम के नीमच, उज्जैन के तराना और खंडवा में सभा को संबोधित किया.
इन दिग्गजों के पक्ष में नहीं की एक भी सभा
वहीं प्रियंका गांधी ने भी मध्यप्रदेश में 13 मई को पूरा 1 दिन 3 संसदीय सीटों पर प्रचार प्रसार किया. सबसे पहले उन्होंने उज्जैन में महाकाल की पूजा अर्चना के बाद रोड शो किया. उसके बाद मंदसौर में मीनाक्षी नटराजन के पक्ष में सभा को संबोधित किया और बाद में इंदौर में पंकज संघवी के लिए रोड शो किया. प्रियंका गांधी के दौरे ने जमकर सुर्खियां बटोरीं. इस तरह है मध्यप्रदेश में दोनों भाई-बहन ने 19 सीटों पर कांग्रेस के पक्ष में प्रचार किया. इन सीटों में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अजय सिंह जैसे नेताओं की सीटें शामिल नहीं रही.