भोपाल। एक तरफ चुनाव आयोग आचार संहिता का हवाला देकर राजनेताओं को अपनी जुबान पर लगाम लगाने को कह रहा है, लेकिन दूसरी तरफ राजनीतिक दलों के नेता चुनाव आचार संहिता को ताक पर रखते हुए विवादित बयान दे रहे हैं. इसी सिलसिले में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है.
शिकायत में कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने प्रधानमंत्री द्वारा भोपाल के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ सेना के नाम का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने चुनाव आयोग में दर्ज कराई अपनी शिकायत में कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 1 मई को होशंगाबाद जिले के इटारसी में एक आम सभा को संबोधित किया था.
इस सभा में उन्होंने एक बयान दिया था कि कांग्रेस में इतनी नफरत है कि मुझे मारने के सपने देख रही है. उनका यह बयान आपत्तिजनक है, उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि कौन उन्हें मारना चाहता है और उन्होंने यह आरोप के आधार पर लगाया है.कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह को लेकर कहा है कि दिग्विजय सिंह जाकिर नाइक को कंधे पर बैठाकर नचाते हैं. उनका यह बयान निजी,अमर्यादित और कांग्रेस प्रत्याशी की छवि को खराब करने वाला है.
कांग्रेस ने अमित शाह की 2 मई को ब्यावरा में हुई सभा को आपत्तिजनक बताया है. कांग्रेस ने कहा है कि अमित शाह ने अपने संबोधन में बार-बार सेना और एयर स्ट्राइक का जिक्र किया है. सेना के नाम का उपयोग कर अपनी पार्टी का प्रचार प्रसार किया है, जबकि चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि राजनीतिक दल सेना के नाम का उपयोग नहीं कर सकते हैं. कांग्रेस ने मांग की है कि दोनों नेता लगातार आचार संहिता उल्लंघन का काम कर रहे हैं, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाना चाहिए.