ETV Bharat / state

कर्नाटक के सियासी संकट का MP में दिख रहा असर, मुख्यमंत्री ने फिर बुलाई विधायक दल की बैठक

author img

By

Published : Jul 13, 2019, 5:07 PM IST

मुख्यमंत्री कमनलाथ ने 17 जुलाई को अपने आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि कर्नाटक और गोवा में चल रह सियासी घटनाक्रम की स्थितियों को देखते हुए मध्यप्रदेश कांग्रेस अलर्ट मोड पर चल रही है. ऐसे में सीएम कमलनाथ की विधायकों के साथ होने वाली इस बैठक पर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरु हो गई है.

सीएम कमनलाथ

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 17 जुलाई को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है. ये बैठक सीएम हाऊस पर होगी. विधानसभा सत्र के दौरान दोबारा विधायक दल की बैठक बुलाए जाने पर सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरु हो गई हैं. माना जा रहा है कि बजट पर चर्चा के बाद होने वाले मतदान पर विपक्ष फ्लोर टेस्ट की मांग कर सकता है. इसलिए विधायकों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया गया है. ऐसे में सरकार को किसी तरह की कोई समस्या न हो, इसके लिए सीएम कमलनाथ हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं.

कर्नाटक के सियासी संकट का MP में दिख रहा असर, मुख्यमंत्री ने फिर बुलाई विधायक दल की बैठक

मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली इस बैठक बैठक के साथ विधायकों के लिए डिनर का इंतजाम भी किया गया है. माना जा रहा है कि गोवा और कर्नाटक की परिस्थितियों को देखते हुए बीजेपी बजट पारित कराने के लिए मतदान की मांग कर सकती है, जिसमें फ्लोर टेस्ट की स्थिति भी बन सकती है. जो राजनीतिक घटनाक्रम चल रहा है ऐसी स्थिति में सीएम कमलनाथ कोई रिस्क नहीं लेना चाहते. सीएम ने सदन में सभी विधायकों को मौजूद रहने का व्हिप भी जारी किया है. ताकि मतदान की स्थिति में विधायकों की संख्या कम न हो.

इससे पहले भी सीएम कमलनाथ सत्र शुरू होने के एक दिन पहले 7 जुलाई को विधायक दल की बैठक बुला चुके हैं, लेकिन अब 17 जुलाई को फिर से विधायकों की बैठक बुलाई है. बैठक पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि विधानसभा का सत्र चल रहा है. विधानसभा के सत्र में परंपरा रही है कि विधायक दल की बैठक समय-समय पर होती रहती है. विधानसभा का संचालन किस तरह हो इसके लिए बैठकें होती रहती हैं. ये परंपरा बहुत पहले से चली आ रही है. 17 जुलाई को इसी संदर्भ में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. भरोसा है कि बजट पूर्ण बहुमत से पारित होगा और कोई भी अप्रिय स्थिति नहीं बनेगी.

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 17 जुलाई को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है. ये बैठक सीएम हाऊस पर होगी. विधानसभा सत्र के दौरान दोबारा विधायक दल की बैठक बुलाए जाने पर सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरु हो गई हैं. माना जा रहा है कि बजट पर चर्चा के बाद होने वाले मतदान पर विपक्ष फ्लोर टेस्ट की मांग कर सकता है. इसलिए विधायकों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया गया है. ऐसे में सरकार को किसी तरह की कोई समस्या न हो, इसके लिए सीएम कमलनाथ हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं.

कर्नाटक के सियासी संकट का MP में दिख रहा असर, मुख्यमंत्री ने फिर बुलाई विधायक दल की बैठक

मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली इस बैठक बैठक के साथ विधायकों के लिए डिनर का इंतजाम भी किया गया है. माना जा रहा है कि गोवा और कर्नाटक की परिस्थितियों को देखते हुए बीजेपी बजट पारित कराने के लिए मतदान की मांग कर सकती है, जिसमें फ्लोर टेस्ट की स्थिति भी बन सकती है. जो राजनीतिक घटनाक्रम चल रहा है ऐसी स्थिति में सीएम कमलनाथ कोई रिस्क नहीं लेना चाहते. सीएम ने सदन में सभी विधायकों को मौजूद रहने का व्हिप भी जारी किया है. ताकि मतदान की स्थिति में विधायकों की संख्या कम न हो.

इससे पहले भी सीएम कमलनाथ सत्र शुरू होने के एक दिन पहले 7 जुलाई को विधायक दल की बैठक बुला चुके हैं, लेकिन अब 17 जुलाई को फिर से विधायकों की बैठक बुलाई है. बैठक पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि विधानसभा का सत्र चल रहा है. विधानसभा के सत्र में परंपरा रही है कि विधायक दल की बैठक समय-समय पर होती रहती है. विधानसभा का संचालन किस तरह हो इसके लिए बैठकें होती रहती हैं. ये परंपरा बहुत पहले से चली आ रही है. 17 जुलाई को इसी संदर्भ में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. भरोसा है कि बजट पूर्ण बहुमत से पारित होगा और कोई भी अप्रिय स्थिति नहीं बनेगी.

Intro:भोपाल। मौजूदा विधानसभा सत्र को देखते हुए मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 17 जुलाई को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। यह बैठक 17 जुलाई को शाम को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित होगी। विधानसभा सत्र के दौरान दोबारा विधायक दल की बैठक बुलाए जाने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि बजट पर मतदान के नाम पर विपक्ष फ्लोर टेस्ट की मांग कर सकता है। इसलिए विधायकों को सदन में मौजूद रखने के लिए व्हिप भी जारी किया गया है। इसके पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ में सत्र शुरू होने के 1 दिन पहले 7 जुलाई को विधायक दल की बैठक बुलाई थी।


Body:गोवा और कर्नाटक में चल रही राजनीतिक सरगर्मियों के बीच मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 17 जुलाई को विधायक दल की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली इस बैठक बैठक के साथ विधायकों के लिए डिनर का भी इंतजाम किया गया है।विधायक दल की बैठक को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि गोवा और कर्नाटक की परिस्थितियों को देखते हुए बीजेपी बजट पारित कराने के लिए मतदान की मांग कर सकती है या फिर फ्लोर टेस्ट की स्थिति बन सकती है। इन स्थितियों को देखते हुए कांग्रेस के तमाम विधायकों और सरकार का समर्थन करने वाले विधायकों की बैठक बुलाई है। कांग्रेस ने अपने विधायकों के लिए व्हिप भी जारी किया है। ताकि मतदान की स्थिति में विधायकों की संख्या कम ना हो।


Conclusion:इस बारे में मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि विधानसभा का सत्र चल रहा है। विधानसभा के सत्र में परंपरा रही है कि विधायक दल की बैठक समय-समय पर होती रहती हैं। विधानसभा सत्र में जो प्रश्न आना है,विधानसभा की जो कार्य योजना है और विधान सभा का संचालन किस तरह हो। उसको लेकर तमाम विधायक चर्चा करने के लिए एक साथ बैठते हैं। यह परंपरा बहुत पहले से चली आ रही है 17 जुलाई को इसी संदर्भ में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।

वहीं विधायक दल की बैठक बुलाए जाने और व्हिप जारी किए जाने को लेकर चल रही चर्चाओं पर बात करते हुए राजीव सिंह का कहना है कि बजट जब भी पारित होता है, तो निश्चित रूप से सदन में कांग्रेस पक्ष की उपस्थिति अनिवार्य रूप से होना चाहिए। विधायक दल की बैठक में इस संदर्भ में भी चर्चा होगी। हमें भरोसा है कि बजट पूर्ण बहुमत से पारित होगा और कोई भी अप्रिय स्थिति नहीं बनेगी।

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.