बुरहानपुर। नेपानगर में तहसील क्षेत्र के एक छोटे से कस्बे की 48 साल की महिला ज्योति देशमुख ने अपनी सुरिली आवाज से अपने आसपास के लोगों को कायल कर दिया है. उनके ही मोहल्ले में रहने वाले एक युवक ने उनके गीत को अपने मोबाईल में रिकार्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया. सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो को पसंद और शेयर किया. ज्योति देशमुख ने कहा कि वे बचपन से स्वर कोकिला लता मंगेशकर को अपना गुरू मान कर गीत गुन-गुनाती चली आ रही हैं.
नेपानगर के एमजी नगर इलाके में किराए के मकान में रहने वाली गरीब महिला अपनी सुरीली आवाज से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है, उनके द्वारा गाए भजनों और फिल्मी गानों को फेसबुक पर देख लोग उनके घर मिलने पहुंच रहे हैं. ज्योति देशमुख ने बताया कि 'मुझे बचपन से गाने का शौक है, परिवार की आर्थिक स्थिती ठीक नहीं होने के चलते में आगे नहीं पहुंच पाई. फिर बाद में माता-पिता का देहांत हो गया. शादी होने के बाद मेरे पति ने मुझे बोला की मैं तुझे एक अच्छा गायिका बनाऊंगा, लेकिन कुछ समय बाद उनका भी देहांत हो गया.'
ज्योति अनपढ है, लेकिन ज्योति के पास स्वरों की जादूगरी है, यदि ज्योति को फिल्मी दुनिया में अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका दिया जाए तो ज्योति भी रानू मंडल की तरह दुनिया में अपने प्रदेश का नाम रोशन करेंगी. हालांकि ज्योति देशमुख सीमावर्ती महाराष्ट्र के रावेर की रहने वाली है, लेकिन पिछले 4 सालों से ज्योति अपने बेटा-बहु के साथ नेपानगर रह रही है.
ज्योति की मात्र भाषा मराठी होने के बावजूद हिंदी भाषी गीत में उनकी इस पकड़ से सभी काफी हैरान हैं. अब उन्हें और कला प्रमियों को उम्मीद जगी है जिस तरह रानू मंडल की आवाज सोशल मीडिया और मीडिया में जरिए जो मंच आज रानू मंडल को मिला है. वैसे ही मंच ज्योति देशमुख को भी मिलने की उम्मीद कर रहे है.