बुरहानपुर। सरकारें अपनी उपलब्धियां गिना रही हैं कि लाखों लोगों को आवास योजना के तहत मकान बनाकर दिए गए हैं, लेकिन इन दावों को झूठा साबित कर रहा है शाहपुर क्षेत्र का दापोरा गांव. इस गांव में करीब 750 बीपीएल राशन कार्ड धारी हैं, लेकिन अब तक सिर्फ 11 लोगों को ही आवास स्वीकृत हुए हैं.
आवास योजना की मांग को लेकर जिला प्रशासन से लोग कई बार गुहार भी लगा चुके हैं, बावजूद इसके अब तक उनकी सुनवाई नहीं हो पाई है. यहां लोग कच्चे धराशाही झोपड़ीनुमा घरों में रहने को मजबूर हैं. इन जरूरतमंद गरीब लोगों को आवास योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया है.
ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दिनों में कच्चे मकान में रहने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, छत से पानी टपकता है, अधिक बारिश से मकान की दीवारें भी ढह जाती हैं, जिससे हादसा होने की आशंका बनी रहती है. इसके अलावा रात में सोना तक मुश्किल होता है. इस बात की जानकारी सरपंच सचिव को है, फिर भी उनकी लापरवाही के चलते सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.