बुरहानपुर। नेपानगर तहसील के घाघरला गांव से लगे जगंल में अवैध कटाई और वनभूमि पर अतिक्रमण रोकने पहुंचे वनकर्मियों सहित ग्रामीणों पर 7 अगस्त यानी शुक्रवार को अतिक्रमणकारियों द्वारा तीर और गोफन से हमला किया गया, जिसमें कई ग्रामीण और वनकर्मी घायल हो गए थे. इसके विरोध में शनिवार को घाघरला गांव के करीब 300 से ज्यादा ग्रामीण विधायक सुरेंद्र सिंह, किसान नेता शिव कुमार कुशवाह और शिवसेना के संभाग प्रमुख आशीष शर्मा के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां खरगोन, बड़वानी सहित अन्य जिलों से आकर जंगल को नष्ट कर रहे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई, ताकि वनक्षेत्र सुरक्षित हो सकें.
ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कलेक्टर प्रवीण सिंह ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि अगले दो दिनों में अतिक्रमणकारियों को भगाने सहित उनके कब्जे ध्वस्त किए जायेंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए रिजर्व फोर्स भी बाहर से बुलाए जायेंगे. इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिए जायेंगे, जो रात में भी वहीं रहेंगे.
ग्रामीणों ने कहा कि घाघरला सहित नेपानगर क्षेत्र के अन्य जंगलों में पेड़ों की कटाई और जमीन पर कब्जे का सिलसिला लंबे समय से जारी है. कुछ स्थानीय आदिवासियों के संरक्षण में बाहर से ट्रकों और ट्रैक्टरों में भरकर लोग बुलाए जाते हैं, जो रातों-रात जंगल साफ कर झोपड़ी बना लेते हैं. खेती शुरू कर देते हैं. जब ग्रामीणों और वन अमले द्वारा अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया जाता है, तो तीर और गोफान से हमला कर दिया जाता हैं, जहां कड़ी कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमण करने वालों के हौसले बुलंद होते जा रहे है.