बुरहानपुर। ट्रेन रोको अभियान के बाद अब नेपानगर में जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जनता का आक्रोश बढ़ गया है. नेपानग में सांसद और विधायक लापता होने के पोस्टर चस्पा हो गए है. इसके बाद ये पोस्टर चर्चा का विषय बने हुए है. गौरतलब है कि 31 दिसंबर को हुए रेल रोको आंदोलन में नगर के व्यापारियों और आमजनता पर रेलवे विभाग ने मामला दर्ज किया था. इसी को लेकर नगर की जनता का गुस्सा फूट पड़ा और पूरे नगर में सांसद और विधायक के नाम लापता होने के पोस्टर चस्पा किए गए, जिससे उनकी किरकिरी हो रही है.
दरअसल बुधवार की सुबह जब शहरवासी उठे तो पूरे शहर की गली-मोहल्लों और चौराहे पर सांसद और विधायक की गुमशुदगी के पोस्टर लगे हुए नजर आए, जिस पर लिखा हुआ था कि 'सांसद और विधायक लापता हैं' हालांकि इन पोस्टरों पर सांसद और विधायक के फोटो की जगह खाली छोड़ दी गई. चस्पा पोस्टर को पढ़ने और देखने के लिए लोग उत्सुक नजर आए. चौरहे पर लगे इन पोस्टर को पढ़ने के लिए लोगों की भीड़ लग रही.
क्या है पूरा मामला
दरसअल नेपानगर स्टेशन पर लॉकडाउन के पूर्व कुल 11 यात्री ट्रेने नेपानगर स्टेशन पर रुका करती थी, लेकिन कोविड-19 हवाला देते हुए रेलवे विभाग ने नेपानगर स्टेशन से 10 यात्री ट्रेनों के स्टॉपेज को छीन लिया गया. आज एक ही यात्री ट्रेन नेपानगर स्टेशन पर रुक रही है. अब वह भी 31 जनवरी 2021 के बाद बंद हो जाएगी. वहीं नेपानगर रेल रोको आंदोलन में स्थानीय सांसद नंदकुमार सिंह चौहान और विधायक सुमित्रा कास्डेकर ने दूरी बना रखी है, अब जनता में इसी बात को लेकर गुस्सा पनप रहा है.
इसी के लिए जनता ने विरोध का नया तरीका अपनाते हुए, रातों-रात पूरे नगर में जगह-जगह पोस्टर चस्पा किए हैं इन पर लिखा है 'सांसद, विधायक लापता, नेपानगर की जनता उन्हें ढूंढ रही है' और प्रकाशक की जगह लिखा है समस्त मतदाता विधानसभा नेपानगर और खंडवा लोक सभा.