बुरहानपुर। विधायक सुरेंद्र सिंह और उनके भतीजे हर्षित सिंह सहित 54 लोगों के खिलाफ बलवा की धाराओं के तहत 9 प्रकरण दर्ज किए थे. राज्य शासन ने इनमें से 7 मामलों को लोकहित में वापस लेने का निर्णय लिया है. कठुआ में हुए दुष्कर्म की घटना के विरोध में सुरेंद्र सिंह ने रैली निकाली थी, जिसमें शरारती तत्वों द्वारा बाजार में तोड़फोड़ कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया था.
सुरेंद्र सिंह और उनके भतीजे हर्षित सिंह सहित 54 लोगों के खिलाफ बलवा का मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद सुरेंद्र सिंह के विधायक बनने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर स्थिति से अवगत कराया था. जिस पर राज्य शासन ने सुरेंद्र सिंह के खिलाफ नौ में से सात मामलों को लोकहित में वापस लेने का निर्णय लिया है. लोक अभियोजन संचालनालय भोपाल द्वारा जिला दंडाधिकारी बुरहानपुर और भोपाल सहित अन्य संबंधितों को 11 सितंबर को पत्र भी जारी कर दिया गया है. विधायक सुरेंद्र सिंह के आवास पर उनके भतीजे हर्षित सिंह ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि कमलनाथ सरकार ने झूठे प्रकरणों को वापस लेकर पीड़ितों के साथ न्याय किया है.