बुरहानपुर। पुरानी करेंसी लेन-देन के मामले में पुलिस ने इंदौर के फिजियोथैरेपिस्ट और रिटायर्ड बीएसएफ एएसआई सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. बुरहानपुर से गिरफ्तार दो युवक आठ फीसदी पर बाजार से पुरानी करेंसी जमा करते थे और इसे 12 प्रतिशत पर इंदौर में फिजियोथैरेपिस्ट और रिटायर्ड एएसआई को देते थे.
पुरानी करेंसी के लेन-देन की शिकायत मिलने पर कोतवाली पुलिस ने 7 नवंबर की दोपहर बस स्टैंड से सरस्वती नगर निवासी शुभम कोष्ठी और लक्ष्मीनगर निवासी सौरभ पालीवाल को गिरफ्तार किया था. इनके पास से 2 लाख 56 हजार रुपए के पुराने नोट जब्त किए गए थे.
पूछताछ में दोनों ने इंदौर के लक्ष्मीनगर निवासी फिजियोथैरेपिस्ट गगन सिंह तोमर और अंबिकापुर एक्सटेंशन इंदौर निवासी रिटायर्ड बीएसएफ एएसआई सुभाष रामचंद्रलाल शर्मा को करेंसी देने की बात कबूली है. इसके बाद पुलिस टीम इंदौर रवाना हुई और यहां से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
गगन के पास से 10 लाख रुपए के पुराने, 1 लाख 90 हजार रुपए के नए और सुभाष के पास से 7 लाख 50 हजार रुपए के पुराने नोट जब्त किए गए हैं. फिजियोथैरेपिस्ट गगन पूरे मामले का मास्टरमाइंड है. रिटायर्ड एएसआई सुभाष उसका सहयोगी है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
चार महीने पहले नकली नोट चलाने के मामले में बुरहानपुर जिले के दो आरोपी उज्जैन में पकड़े गए थे. उज्जैन एसटीएफ ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनमें मांजरोद निवासी विधायक प्रतिनिधि किरण सोंडकर और खकनार सुनील निवासी भी शामिल थे. दोनों कांग्रेस नेताओं के करीबी हैं. मास्टर माइंड सुनील था.