बुरहानपुर। जिले में शिक्षा व्यवस्था की अजीबो-गरीब तस्वीरें देखने को मिल रही हैं. जहां एक तरफ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से महज 20 कदम की दूरी पर स्थित उत्कृष्ट स्कूल के हॉस्टल में छात्रों का खाना बनाने के लिए शौचालय में किचन बना रखा है. वहीं गोराडिया गांव के शासकीय माध्यमिक शाला के भवन जर्जर हो चुके हैं. जिसकी वजह से मासूम बच्चों को नीम के पेड़ के नीचे बैठकर शिक्षा लेनी पड़ रही है.
जिले की शिक्षा व्यवस्था का हाल बेहाल है. उत्कृष्ट विद्यालय के छात्रावास में शौचालय में ही किचन बना रखा है. बच्चे जमीन पर ही बैठकर खाना खाने को मजबूर हैं. इतना ही नहीं खाने के बाद बच्चे खुद ही अपनी प्लेटों को धोते हैं. यहां के छात्रों का कहना है कि 5 से अधिक बच्चे यहां का खाना खाने से बिमार हो चुके हैं.
खाना बनाने वाली महिलाओं का कहना है कि यह किचन आज ही शिफ्ट किया है और शौचालय की बात पर सफाई देते हुए कहती हैं कि ये शौचालय तो बंद है अभी तक चालू नहीं हुआ है. छात्रावास अधिक्षक जलाल अंसारी का कहना है कि जहां किचन सजाया है वह ऑफिस कक्ष है. बच्चे ज्यादा होने के कारण वहां पर सामान रखा गया है. वहीं जिला शिक्षा अधिकारी पीएन पाराशर ने बताया कि अगर ऐसी कोई अव्यवस्था है तो हम वहां जाकर जांच करेंगे और उसके सुधार के लिए निर्देश देंगे.
वहीं गोराडिया गांव के मासूम बच्चे पढ़ना तो चाहते हैं लेकिन जर्जर भवन में बैठने से भी डरते है. जिसके चलते मास्टर जी उन्हें नीम के पेड़ के नीचे बैठाकर पुरातन काल की तरह शिक्षा दे रहे हैं. इस संबंध में कलेक्टर राजेश कुमार कौल का कहना है कि अगर ऐसी स्थिति है तो अधिकारियों को भेज जांच की जाएगी.