ETV Bharat / state

लोकसभा चुनाव में युवा वोटर्स को लुभाने में जुटी पार्टियां, हार-जीत में निर्णायक होगी भूमिका

देश में 18 से 30 साल की आयु वर्ग वाले मतदाताओं की संख्या करीब 1.5 करोड़ है. जिसके चलते दोनों ही मुख्य पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस युवा वोटरों को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है.

author img

By

Published : Mar 25, 2019, 1:07 PM IST

लोकसभा चुनाव में युवा वोटर्स

भोपाल। राजधानी की लोकसभा सीट सहित प्रदेशभर की 29 लोकसभा सीटों पर युवा मतदाता हार और जीत में अपनी निर्णायक भूमिका अदा करेंगे. भोपाल लोकसभा सीट पर 56 हजार नए वोटर जुड़े हुए हैं. वहीं प्रदेश में नए वोटर्स की संख्या 10 लाख के करीब है. जिसके चलते राजनीतिक पार्टियां युवा वोटर्स को लुभाने में जुटे हुए हैं.

लोकसभा चुनाव में युवा वोटर्स

प्रदेश में 18 से 30 साल की आयु वर्ग वाले मतदाताओं की संख्या करीब 1.5 करोड़ है. जिसके चलते दोनों ही मुख्य पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस युवा वोटरों को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. कमलनाथ सरकार ने सत्ता में आने के बाद जयवर्धन सिंह, जीतू पटवारी, सचिन यादव, कमलेश्वर पटेल जैसे कई युवा नेताओं को अपनी कैबिनेट में जगह दी है.
वहीं युवा स्वाभिमान योजना के जरिए युवाओं को लुभाने की कोशिश की है. वहीं बीजेपी भी लगातार युवा मतदाताओं से संपर्क साधने के लिए संपर्क अभियान चला रही है. बीजेपी की युवा इकाई और एबीवीपी के जरिए बीजेपी कॉलेजों तक पहुंचकर युवा मतदाताओं के बीच अपना संदेश पहुंचा रही है.

युवा वोटरों की संख्या प्रदेश में सबसे ज्यादा
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा वोटरों की संख्या युवाओं की है. प्रदेश में 18 से 30 साल आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 51 लाख 40 हजार 89 मतदाता है. आयु वर्ग के हिसाब से देखा जाए, तो सबसे ज्यादा वोटरों की संख्या 20 से 29 साल के आयु वर्ग की है. जीत-हार की भूमिका में युवा वोटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
18 से 19 आयु वर्ग के वोटर - 1,360,554
20 से 29 आयु वर्ग के वोटर - 1,37,79,535
30 से 39 आयु वर्ग के वोटर - 1,31,83,982

विधानसभा के बाद प्रदेश में बढ़ गए 9.5 लाख से ज्यादा वोटर्स
विधानसभा चुनाव के बाद मध्यप्रदेश में 9 लाख 68 हजार 941 मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. यह मतदाता आगामी लोकसभा चुनाव में पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. विधानसभा चुनाव के दौरान भोपाल के 7 विधानसभा क्षेत्रों और सीहोर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 20 लाख 51 हजार 929 थी, जो अब बढ़कर 21 लाख 8031 हो गई है. माना जा रहा है कि यह नए वोटर हार और जीत में अहम भूमिका निभाएंगे. मतदाताओं की संख्या देखी जाए तो पिछले 5 सालों में मतदाताओं की संख्या में 6.88 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

भोपाल। राजधानी की लोकसभा सीट सहित प्रदेशभर की 29 लोकसभा सीटों पर युवा मतदाता हार और जीत में अपनी निर्णायक भूमिका अदा करेंगे. भोपाल लोकसभा सीट पर 56 हजार नए वोटर जुड़े हुए हैं. वहीं प्रदेश में नए वोटर्स की संख्या 10 लाख के करीब है. जिसके चलते राजनीतिक पार्टियां युवा वोटर्स को लुभाने में जुटे हुए हैं.

लोकसभा चुनाव में युवा वोटर्स

प्रदेश में 18 से 30 साल की आयु वर्ग वाले मतदाताओं की संख्या करीब 1.5 करोड़ है. जिसके चलते दोनों ही मुख्य पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस युवा वोटरों को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. कमलनाथ सरकार ने सत्ता में आने के बाद जयवर्धन सिंह, जीतू पटवारी, सचिन यादव, कमलेश्वर पटेल जैसे कई युवा नेताओं को अपनी कैबिनेट में जगह दी है.
वहीं युवा स्वाभिमान योजना के जरिए युवाओं को लुभाने की कोशिश की है. वहीं बीजेपी भी लगातार युवा मतदाताओं से संपर्क साधने के लिए संपर्क अभियान चला रही है. बीजेपी की युवा इकाई और एबीवीपी के जरिए बीजेपी कॉलेजों तक पहुंचकर युवा मतदाताओं के बीच अपना संदेश पहुंचा रही है.

युवा वोटरों की संख्या प्रदेश में सबसे ज्यादा
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा वोटरों की संख्या युवाओं की है. प्रदेश में 18 से 30 साल आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 51 लाख 40 हजार 89 मतदाता है. आयु वर्ग के हिसाब से देखा जाए, तो सबसे ज्यादा वोटरों की संख्या 20 से 29 साल के आयु वर्ग की है. जीत-हार की भूमिका में युवा वोटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
18 से 19 आयु वर्ग के वोटर - 1,360,554
20 से 29 आयु वर्ग के वोटर - 1,37,79,535
30 से 39 आयु वर्ग के वोटर - 1,31,83,982

विधानसभा के बाद प्रदेश में बढ़ गए 9.5 लाख से ज्यादा वोटर्स
विधानसभा चुनाव के बाद मध्यप्रदेश में 9 लाख 68 हजार 941 मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. यह मतदाता आगामी लोकसभा चुनाव में पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. विधानसभा चुनाव के दौरान भोपाल के 7 विधानसभा क्षेत्रों और सीहोर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 20 लाख 51 हजार 929 थी, जो अब बढ़कर 21 लाख 8031 हो गई है. माना जा रहा है कि यह नए वोटर हार और जीत में अहम भूमिका निभाएंगे. मतदाताओं की संख्या देखी जाए तो पिछले 5 सालों में मतदाताओं की संख्या में 6.88 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

Intro: मध्य प्रदेश की भोपाल सहित सभी 29 लोकसभा सीटों पर युवा वोटर जीत और हार में निर्णायक भूमिका निभाएंगे। प्रदेश में नवंबर 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भोपाल लोकसभा सीट पर 56 हज़ार से नए वोटर जुड़े हैं। जबकि प्रदेश भर में नए वोटरों की करीब 10 लाख के करीब है। देखा जाए तो प्रदेश में 18 से 30 साल की आयु वर्ग वाले मतदाताओं को संख्या करीब डेढ़ करोड़ है। जाहिर तौर पर इन वोटरों का मानस उम्मीदवारों का भाग्य तय करेगा। उसको देखते हुए दोनों ही मुख्य पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस युवा वोटरों को लुभाने कोई मौका नहीं छोड़ रही।


Body:
लोकसभा चुनावों में भोपाल लोकसभा सीट सहित प्रदेशभर की 29 लोकसभा सीटों पर युवा मतदाता हार और जीत में अपनी निर्णायक भूमिका अदा करेंगे। दरअसल प्रदेश में 18 से 30 साल की आयु वर्ग वाले मतदाताओं की संख्या करीब डेढ़ करोड़ के आसपास है। यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां युवा मतदाताओं को लुभाने के लिए लगातार कोशिश में जुटी रहती है कमलनाथ सरकार ने सत्ता में आने के बाद जयवर्धन सिंह जीतू पटवारी सचिन यादव कमलेश्वर पटेल जैसे कई युवा मंत्रियों को अपनी कैबिनेट में जगह दी है वहीं युवा स्वाभिमान योजना के जरिए युवाओं में अपनी पैठ बनाने की कोशिश की है। वहीं बीजेपी भी लगातार युवा मतदाताओं से संपर्क साधने के लिए संपर्क अभियान जारी रखे हुए हैं। बीजेपी की युवा इकाई और एबीवीपी के जरिए बीजेपी कॉलेजों तक पहुंचकर युवा मतदाताओं के बीच अपना संदेश पहुंचा रही है।

युवा वोटरों की संख्या प्रदेश में सबसे ज्यादा.......

मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा वोटरों की संख्या युवाओं की है प्रदेश में 18 से 30 साल आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 51 लाख 40 हजार 89 मतदाता है। आयु वर्ग के हिसाब से देखा जाए तो सबसे ज्यादा वोटरों की संख्या 20 से 29 साल के आयु वर्ग की है। यानी जीत हार की भूमिका में युवा वोटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

18 से 19 आयु वर्ग के वोटर - 1,360554
20 से 29 आयु वर्ग के वोटर - 1,37,79535
30 से 39 आयु वर्ग के वोटर - 13183982

विधानसभा के बाद प्रदेश में बढ़ गए साढ़े 9 लाख वोटर....

विधानसभा चुनाव के बाद मध्यप्रदेश में 9 लाख 68 हजार 941 मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है। यह मतदाता आगामी लोकसभा चुनाव में पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। निर्वाचन सूची के पुनरीक्षण के दौरान 30 लाख 50 हजार आवेदन प्राप्त हुए थे इस में नाम जोड़ने के लिए 17 लाख 26 हजार 495, नाम हटाने आपत्ति दर्ज करने के लिए 7 लाख 35 हजार 258 संशोधन के लिए 4 लाख 86 हजार 415 और एक शिफ्टिंग के 1 लाख 2 हजार 29 आवेदन प्राप्त हुए। उधर सूची पुनरीक्षण के बाद कुल 9 लाख 86 हजार 941 मतदाताओं की बढ़ोतरी हुई है

भोपाल लोकसभा में बढ़ गए 56 हजार नए वोटर....

नवंबर 2018 में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए थे इसके बाद से अब होने जा रही लोकसभा चुनाव में भोपाल लोकसभा सीट पर करीब 56000 नए मतदाता जुड़ गए हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान भोपाल जिले की 7 विधानसभा क्षेत्रों और सीहोर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 20 लाख 51 हजार 929 थी जो अब बढ़कर 21 लाख 8031 हो गई है। यानी इस दौरान करीब 56101 नए वोटर जुड़े हैं माना जा रहा है कि यह नए वोटर हार और जीत में नोएडा की भूमिका अदा करेंगे।

5 साल में 6.88 फीसदी बढ़ गए मतदाता....

मतदाताओं की संख्या देखी जाए तो पिछले 5 सालों में मतदाताओं की संख्या में 6.88 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश में कुल 4 करोड़ 80 लाख 90 हजार 968 मतदाता थे, जो अब 5 करोड़ 14 लाख 2 हज़ार 20 मतदाता है इस तरह कुल 6.88 फीसदी मतदाताओं की बढ़ोतरी हुई है।



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.