भोपाल। राजधानी भोपाल के जिला अस्पताल जेपी में इलाज के दौरान एक महिला की मौत को लेकर उसकी बेटी ने सोशल मीडिया पर अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किया था. मृतक महिला की बेटी का आरोप है कि उसकी मां को अस्पताल में सही इलाज नहीं दिया गया जिसके चलते उनकी मौत हो गई. इसके साथ ही बेटी ने अस्पताल प्रबंधन पर यह भी आरोप लगाया था कि उसकी मां के कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद भी शव परिजनों को दे दिया गया. पीड़ित का आरोप है कि प्रोटोकॉल की परवाह किए बिना ही अस्पताल में लापरवाही बरती गई है.
वहीं इस बारे में सिविल सर्जन डॉ. आरके तिवारी का कहना है कि ऑन ड्यूटी डॉक्टर योगेश श्रीवास्तव ने इलाज में अपनी तरफ से पूरी कोशिश की थी, परिजन बेवजह के आरोप लगा रहे हैं. जब मरीज को अस्पताल लाया गया था तो पहले से ही उसकी हालत बहुत गंभीर थी. मृतक महिला की डेड बॉडी को सुबह नगर निगम की टीम लेकर गई है और कोरोना वायरस के लिए जो भी प्रोटोकॉल अपनाए जाने होते हैं वो सब अस्पताल प्रंबधन ने अपनाएं है.
बता दें कि मृतका की बेटी ने निजी अस्पतालों पर भी आरोप लगाए थे कि उसकी मां की इलाज के लिए निजी अस्पतालों ने भारी भरकम बिल वसूला गया और ठीक से इलाज भी नहीं कराया गया. काफी मेहनत करने के बाद मरीज को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया और यहां पर भी लापरवाही के कारण उनकी जान चली गई.