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एमपी में कांग्रेस का एक ही चेहरा, कमलनाथ के सिर पर बंधेगा सेहरा या बनेंगे सियासत का मोहरा

मध्य प्रदेश मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने भले ही कमलनाथ के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया हो लेकिन चुनाव में जीत का सेहरा कमलनाथ के सिर बंध पाएगा, इसमें संशय बना हुआ है. कमलनाथ की अगुवाई में चुनाव मैदान में उतारने के दौरान कांग्रेस को अपनी पार्टी के लोगों से मिलने वाली चुनौतियों का सामना करना होगा, इसके साथ ही भाजपा के चुनावी प्रबंधन के सामने कांग्रेस कितनी टिक पाएगी, यह आने वाला भविष्य बताएगा.

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कमलनाथ
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Published : Apr 5, 2022, 9:09 PM IST

Updated : Apr 5, 2022, 10:24 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर पार्टियां चुनावी मोड में आ गई हैं. कांग्रेस ने कमर कस ली है, वहीं कांग्रेस के तैयारियों को लेकर भाजपा ने आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है. सोमवार को पूर्व मुख्य मंत्री कमलनाथ के आवास पर हुई मीटिंग और विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित होने के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उनकी चुटकी ली. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सन्यांस की उम्र में सेहरा बांधने चले हैं. उनके इस बयान को लेकर अब प्रदेश में राजनीति गरमा गई है.

क्या कहते हैं कांग्रेस नेता तरुण भनोट

77 के हो चुके हैं कमलनाथः कांग्रेस में अपनी मजबूत पहचान रखने और तेज व्यक्तित्व वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 77 के हो चुके हैं. कांग्रेस की मीटिंग होने के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान आने के बाद ऐसे में यह जानना जरूरी है कि क्या उम्र से राजनीति प्रभावित होती है. कहते हैं राजनीति का समय के साथ स्तर बढ़ता जाता है. 77 के कमलनाथ में क्या खूबियां और क्या खामियां ग्राफिक्स के माध्यम से समझते हैं. (kamalnath age)

कमलनाथ का करियर

  • 1968 में राजनीति में कदम रखा और युवा कांग्रेस में शामिल हुए.
  • 1970-81 तक वे अखिल भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य रहे.
  • 1976 में उन्हें उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस का प्रभार मिला.
  • 1979 में युवा कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र के पर्यवेक्षक बने.
  • 1979 में ही पहली बार वह छिंदवाड़ा से सांसद चुने गए.
  • इसके बाद 1984, 1990, 1991, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए.
  • 2000-2018 तक वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव बने.
  • वर्तमान में कमलनाथ मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं.
    विश्वास सारंग ने साधा निशाना

कांग्रेस ने भुलाए मतभेदः मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार के गिरने के 2 साल बाद आखिरकार कांग्रेस ने आपसी मतभेद भुलाकर कमलनाथ के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इस ऐलान से पहले कमलनाथ के बंगले पर हुई बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल और पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव विशेष तौर पर शामिल हुए. पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने बताया कि बैठक में संकल्प पारित किया गया है कि कमलनाथ के नेतृत्व में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा और हम 2023 में कांग्रेस की सरकार एक बार फिर बनाएंगे. (congress meeting at kamalnath resident bhopal)

कमलनाथ का निजी जीवन

  • जन्म स्थानः कानपुर, संयुक्त प्रांत (जो अब उत्तर प्रदेश के नाम से जाना जाता है)
  • जन्म तिथिः 18 नवंबर 1946
  • शिक्षाः ग्रेजुएट
  • व्यवसायः राजनीति
  • पिता का नामः स्वर्गीय महेंद्र नाथ
  • माता का नामः लीला नाथ
  • जीवन साथीः अल्का नाथ
  • सितंबर 2011 में उन्हें सबसे अमीर कैबिनेट मंत्री घोषित किया गया था. उनके पास 2.73 अरब रुपये की संपत्ति थी.
    क्या कहते हैं राजनीतिक जानकार

कमलनाथ की विशेषताएं

  • राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं.
  • इंदिरा गांधी मानती थीं तीसरा बेटा.
  • कांग्रेस में है दबदबा.
  • देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश की राजनीति पर है अच्छी पकड़.

कमलनाथ के लिए चुनौतियां

  • किसानों और मंहगाई को चुनावी मुद्दा बनाना पड़ेगा.
  • युवाओं को लुभाने वाले मुद्दे जैसे रोजगार और शिक्षा को उठाना होगा.
  • प्रदेश की जनता की नब्ज को टटोलने की बाजीगरी करनी पड़ेगी.
  • जनता में लोगों के बीच जाकर करना होगा संवाद.
  • धन नेता की जगह जन नेता की बनानी होगी छवि.

क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषकः राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार अजय बोकिल का मानना है कि कमलनाथ के अलावा पार्टी में ऐसा कोई दावेदार नहीं है जो पार्टी को संभाल सके. आलाकमान भी उनको हटाने के पक्ष में नहीं है, लेकिन मूल मुद्दा यह है कि कमलनाथ का चेहरा लोगों को कितना अपील करेगा. पिछला चुनाव भी कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा गया था लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद और किसानों की कर्ज माफी के ऐलान के बाद भी कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया था. (mp election 2023)

बीजेपी पर कमलनाथ का निशाना, उपचुनाव तक रोज होगी घोषणाएं

कब-कब सांसद रहे कमलनाथ

  • 1980- सांतवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 1985- आठवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 1989- नौवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 1991- दसवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 1998- बारहवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 2004- चौदवहीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 2009- पंद्रहवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 2014- सोलहवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.

केंद्रीय मंत्री के तौर पर कमलनाथ का सफर

  • 1991-1995: केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण और वन.
  • 1995-1996: केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वस्त्र.
  • 2004-2009: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री.
  • 2009-2011: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री.
  • 2011-2014: केंद्रीय शहरी विकास मंत्री.
  • 2012-2014: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री.
  • 2001-2004: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव.
  • 4-6 जून 2014: लोक सभा के सामयिक अध्यक्ष.

भोपाल। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर पार्टियां चुनावी मोड में आ गई हैं. कांग्रेस ने कमर कस ली है, वहीं कांग्रेस के तैयारियों को लेकर भाजपा ने आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है. सोमवार को पूर्व मुख्य मंत्री कमलनाथ के आवास पर हुई मीटिंग और विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित होने के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उनकी चुटकी ली. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सन्यांस की उम्र में सेहरा बांधने चले हैं. उनके इस बयान को लेकर अब प्रदेश में राजनीति गरमा गई है.

क्या कहते हैं कांग्रेस नेता तरुण भनोट

77 के हो चुके हैं कमलनाथः कांग्रेस में अपनी मजबूत पहचान रखने और तेज व्यक्तित्व वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 77 के हो चुके हैं. कांग्रेस की मीटिंग होने के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान आने के बाद ऐसे में यह जानना जरूरी है कि क्या उम्र से राजनीति प्रभावित होती है. कहते हैं राजनीति का समय के साथ स्तर बढ़ता जाता है. 77 के कमलनाथ में क्या खूबियां और क्या खामियां ग्राफिक्स के माध्यम से समझते हैं. (kamalnath age)

कमलनाथ का करियर

  • 1968 में राजनीति में कदम रखा और युवा कांग्रेस में शामिल हुए.
  • 1970-81 तक वे अखिल भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य रहे.
  • 1976 में उन्हें उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस का प्रभार मिला.
  • 1979 में युवा कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र के पर्यवेक्षक बने.
  • 1979 में ही पहली बार वह छिंदवाड़ा से सांसद चुने गए.
  • इसके बाद 1984, 1990, 1991, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए.
  • 2000-2018 तक वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव बने.
  • वर्तमान में कमलनाथ मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं.
    विश्वास सारंग ने साधा निशाना

कांग्रेस ने भुलाए मतभेदः मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार के गिरने के 2 साल बाद आखिरकार कांग्रेस ने आपसी मतभेद भुलाकर कमलनाथ के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इस ऐलान से पहले कमलनाथ के बंगले पर हुई बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल और पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव विशेष तौर पर शामिल हुए. पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने बताया कि बैठक में संकल्प पारित किया गया है कि कमलनाथ के नेतृत्व में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा और हम 2023 में कांग्रेस की सरकार एक बार फिर बनाएंगे. (congress meeting at kamalnath resident bhopal)

कमलनाथ का निजी जीवन

  • जन्म स्थानः कानपुर, संयुक्त प्रांत (जो अब उत्तर प्रदेश के नाम से जाना जाता है)
  • जन्म तिथिः 18 नवंबर 1946
  • शिक्षाः ग्रेजुएट
  • व्यवसायः राजनीति
  • पिता का नामः स्वर्गीय महेंद्र नाथ
  • माता का नामः लीला नाथ
  • जीवन साथीः अल्का नाथ
  • सितंबर 2011 में उन्हें सबसे अमीर कैबिनेट मंत्री घोषित किया गया था. उनके पास 2.73 अरब रुपये की संपत्ति थी.
    क्या कहते हैं राजनीतिक जानकार

कमलनाथ की विशेषताएं

  • राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं.
  • इंदिरा गांधी मानती थीं तीसरा बेटा.
  • कांग्रेस में है दबदबा.
  • देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश की राजनीति पर है अच्छी पकड़.

कमलनाथ के लिए चुनौतियां

  • किसानों और मंहगाई को चुनावी मुद्दा बनाना पड़ेगा.
  • युवाओं को लुभाने वाले मुद्दे जैसे रोजगार और शिक्षा को उठाना होगा.
  • प्रदेश की जनता की नब्ज को टटोलने की बाजीगरी करनी पड़ेगी.
  • जनता में लोगों के बीच जाकर करना होगा संवाद.
  • धन नेता की जगह जन नेता की बनानी होगी छवि.

क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषकः राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार अजय बोकिल का मानना है कि कमलनाथ के अलावा पार्टी में ऐसा कोई दावेदार नहीं है जो पार्टी को संभाल सके. आलाकमान भी उनको हटाने के पक्ष में नहीं है, लेकिन मूल मुद्दा यह है कि कमलनाथ का चेहरा लोगों को कितना अपील करेगा. पिछला चुनाव भी कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा गया था लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद और किसानों की कर्ज माफी के ऐलान के बाद भी कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया था. (mp election 2023)

बीजेपी पर कमलनाथ का निशाना, उपचुनाव तक रोज होगी घोषणाएं

कब-कब सांसद रहे कमलनाथ

  • 1980- सांतवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 1985- आठवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 1989- नौवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 1991- दसवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 1998- बारहवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 2004- चौदवहीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 2009- पंद्रहवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
  • 2014- सोलहवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.

केंद्रीय मंत्री के तौर पर कमलनाथ का सफर

  • 1991-1995: केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण और वन.
  • 1995-1996: केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वस्त्र.
  • 2004-2009: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री.
  • 2009-2011: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री.
  • 2011-2014: केंद्रीय शहरी विकास मंत्री.
  • 2012-2014: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री.
  • 2001-2004: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव.
  • 4-6 जून 2014: लोक सभा के सामयिक अध्यक्ष.
Last Updated : Apr 5, 2022, 10:24 PM IST
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