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Monsoon Update: बदरा की बेरुखी से भोपाल बेहाल, झमाझम बारिश से महाकाल की नगरी निहाल - देश में मौसम का हाल

पिछले कुछ दिनों से जहां भोपाल के लोग झमाझम बारिश से बेहाल थे वहीं अब गर्मी परेशानी बढ़ा रही है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि फिलहाल प्रदेश की राजधानी में ऐसे हालात बने रहेंगे हालांकि कुछ संभागों में बदरा जम कर बरसेंगे है.

weather update of MP
मौसम की मार से MP बेहाल
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Published : Jun 30, 2021, 8:02 AM IST

Updated : Jun 30, 2021, 8:57 AM IST

भोपाल। देश में दक्षिण पश्चिमी मानसून के सुस्त पड़ने के चलते लोगों को प्रदेश में उमस भरी गर्मी का एहसास होने लगा है. इस बीच मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि तेज धूप के कारण गर्मी में इजाफा होगा. हालांकि कुछ संभागों में बारिश हो सकती है. हालात ये हैं कि प्रदेश की राजधानी में मंगलवार को तापमान 36.9 डिग्री रहा और ऐसा लगभग 17 दिन बाद रहा. पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज और चमक के साथ सामान्य बारिश दर्ज हुई है. मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम लगभग शुष्क व गर्म रहने वाला है. IMD रिपोर्ट की मानें तो कई जगह बारिश हो रही है. इस बीच महाकाल की नगरी उज्जैन के लोगों को मानसूनी बारिश ने तरबतर कर दिया. देर शाम से लगातार हो रही तेज बारिश ने शहर व ग्रामीण इलाकों को भिगो दिया है.

हालात ये हैं कि ग्वालियर देश का चौथा सबसे गर्म शहर रहा. यहां तापमान 44 डिग्री के पार रहा. मानसूनी सीजन में तपती गर्माी से लोग झुलस रहें हैं और मौसम विभाग के अनुसार अभी दो-तीन दिन ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है. थोड़ी बहुत नमी है तो तापमान बढ़ने पर लोकल सिस्टम के डेवलप होने से कुछ जगह मामूली बारिश हो सकती है. वैज्ञानिक इसकी बड़ी वजह मानसूनी टर्फ लाइन का हिमालय की तलहटी में खिसकना बता रहें हैं.

12 जिलों में जोरदार बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने दी चेतावनी, कहा- सावधान रहें

उज्जैन में बरसे बदरा

उज्जैन जिले में मानसून ने दस्तक दे दी है देर शाम से लगातार हो रही तेज बारिश से शहर व ग्रामीण इलाके तरबतर हो चुके हैं उज्जैन शिप्रा किनारे बसा है और आसपास के कई गांव प्रत्येक वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं, सो जिला प्रशासन ने आमजन को राहत देते हुए पूरी तैयारी कर ली है. पिछले 24 घंटे के दौरान उज्जैन जिले की 3 तहसीलों- खाचरोद में 3 मिमी , नागदा में 2 मिमी,और बड़नगर में 8 मिमी , वर्षा दर्ज की गई है पिछले 24 घंटे के दौरान उज्जैन जिले में औसत 1.6 मिमी वर्षा का रिकार्ड दर्ज किया गया है. इस वर्ष जिले में अभी तक औसत 124.2 मिमी वर्षा हुई है.

पिछले वर्ष ये था हाल

पिछले साल की बात करें तो उस दौरान उज्जैन जिले की तहसील में 165 मिमी ,घटिया में 128 , खाचरोद में 155 ,नागदा में 159 ,बड़नगर में 213 ,महिदपुर में 112 ,और तराना तहसील में 272 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी. गत वर्ष इसी अवधि में जिले में औसत 177.7 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई थी.

कैसा होगा MP में आज का हाल

मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. वहीं दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य अरब सागर, उत्तरी अरब सागर और गुजरात तट के साथ और बाहर तेज हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से) चलने की संभावना है.

जून महीने में अब तक कितनी बारिश
भले ही अभी लोगों को मौसम की बेरूखी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन ये भी हकीकत है कि राजधानी में इस बार मानसून की खास मेहरबानी रही. अच्छी बात ये रही कि अब तक जून के कोटे 5.05 इंच की करीब 50 फीसदी बारिश हो गई. भोपाल में 10.98 इंच बारिश हो चुकी है. बीते 13 जून को शहर में पहुंचे मानसून की रफ्तार अब थमने लगी है. यहां बीते दिन में 4.18 इंच बारिश दर्ज की गई है. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, पिछले 3 दिन में भी 4.18 इंच पानी गिरा है.

जानें कब की जाती है मानसून की घोषणा
मध्य प्रदेश में सामान्य मानसून 20 जून तक पहुंचता है, जो पिछले सालों की तुलना मे 10 दिन पहले सक्रिय हुआ है. मौसम वैज्ञानिक इसका कारण, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लगातार सक्रिय हो रहे मानसून को मान रहे हैं. बता दें कि मानसून की घोषणा बादलों की स्थिति हवा और अन्य स्टेशनों पर होने वाली बारिश के साथ टर्फ के आधार पर की जाती है.

भोपाल। देश में दक्षिण पश्चिमी मानसून के सुस्त पड़ने के चलते लोगों को प्रदेश में उमस भरी गर्मी का एहसास होने लगा है. इस बीच मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि तेज धूप के कारण गर्मी में इजाफा होगा. हालांकि कुछ संभागों में बारिश हो सकती है. हालात ये हैं कि प्रदेश की राजधानी में मंगलवार को तापमान 36.9 डिग्री रहा और ऐसा लगभग 17 दिन बाद रहा. पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज और चमक के साथ सामान्य बारिश दर्ज हुई है. मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम लगभग शुष्क व गर्म रहने वाला है. IMD रिपोर्ट की मानें तो कई जगह बारिश हो रही है. इस बीच महाकाल की नगरी उज्जैन के लोगों को मानसूनी बारिश ने तरबतर कर दिया. देर शाम से लगातार हो रही तेज बारिश ने शहर व ग्रामीण इलाकों को भिगो दिया है.

हालात ये हैं कि ग्वालियर देश का चौथा सबसे गर्म शहर रहा. यहां तापमान 44 डिग्री के पार रहा. मानसूनी सीजन में तपती गर्माी से लोग झुलस रहें हैं और मौसम विभाग के अनुसार अभी दो-तीन दिन ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है. थोड़ी बहुत नमी है तो तापमान बढ़ने पर लोकल सिस्टम के डेवलप होने से कुछ जगह मामूली बारिश हो सकती है. वैज्ञानिक इसकी बड़ी वजह मानसूनी टर्फ लाइन का हिमालय की तलहटी में खिसकना बता रहें हैं.

12 जिलों में जोरदार बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने दी चेतावनी, कहा- सावधान रहें

उज्जैन में बरसे बदरा

उज्जैन जिले में मानसून ने दस्तक दे दी है देर शाम से लगातार हो रही तेज बारिश से शहर व ग्रामीण इलाके तरबतर हो चुके हैं उज्जैन शिप्रा किनारे बसा है और आसपास के कई गांव प्रत्येक वर्ष बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं, सो जिला प्रशासन ने आमजन को राहत देते हुए पूरी तैयारी कर ली है. पिछले 24 घंटे के दौरान उज्जैन जिले की 3 तहसीलों- खाचरोद में 3 मिमी , नागदा में 2 मिमी,और बड़नगर में 8 मिमी , वर्षा दर्ज की गई है पिछले 24 घंटे के दौरान उज्जैन जिले में औसत 1.6 मिमी वर्षा का रिकार्ड दर्ज किया गया है. इस वर्ष जिले में अभी तक औसत 124.2 मिमी वर्षा हुई है.

पिछले वर्ष ये था हाल

पिछले साल की बात करें तो उस दौरान उज्जैन जिले की तहसील में 165 मिमी ,घटिया में 128 , खाचरोद में 155 ,नागदा में 159 ,बड़नगर में 213 ,महिदपुर में 112 ,और तराना तहसील में 272 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी. गत वर्ष इसी अवधि में जिले में औसत 177.7 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई थी.

कैसा होगा MP में आज का हाल

मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. वहीं दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य अरब सागर, उत्तरी अरब सागर और गुजरात तट के साथ और बाहर तेज हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से) चलने की संभावना है.

जून महीने में अब तक कितनी बारिश
भले ही अभी लोगों को मौसम की बेरूखी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन ये भी हकीकत है कि राजधानी में इस बार मानसून की खास मेहरबानी रही. अच्छी बात ये रही कि अब तक जून के कोटे 5.05 इंच की करीब 50 फीसदी बारिश हो गई. भोपाल में 10.98 इंच बारिश हो चुकी है. बीते 13 जून को शहर में पहुंचे मानसून की रफ्तार अब थमने लगी है. यहां बीते दिन में 4.18 इंच बारिश दर्ज की गई है. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, पिछले 3 दिन में भी 4.18 इंच पानी गिरा है.

जानें कब की जाती है मानसून की घोषणा
मध्य प्रदेश में सामान्य मानसून 20 जून तक पहुंचता है, जो पिछले सालों की तुलना मे 10 दिन पहले सक्रिय हुआ है. मौसम वैज्ञानिक इसका कारण, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लगातार सक्रिय हो रहे मानसून को मान रहे हैं. बता दें कि मानसून की घोषणा बादलों की स्थिति हवा और अन्य स्टेशनों पर होने वाली बारिश के साथ टर्फ के आधार पर की जाती है.

Last Updated : Jun 30, 2021, 8:57 AM IST
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