भोपाल। पीएम मोदी की ड्रीम ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को भोपाल से जबलपुर और इंदौर के बीच अच्छा रिस्पॉंस नहीं मिल रहा. लोगों ने ट्रेन को तो बहुत सराहा लेकिन इसके ज्यादा किराया होने के चलते लोग दूसरी ट्रेनों में सफर करना पसंद कर रहे हैं. दोनों ट्रेनों का रूट बढ़ाने की तैयारी चल रही है. दरअसल, इन दोनों ट्रेनों में सफर के हिसाब से ज्यादा यात्री नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में रानी कमलापति से जबलपुर के चल रही वंदे भारत को जबलपुर आगे रीवा या नागपुर तक चलाने की तैयारी चल रही है. ऐसे ही भोपाल रेलवे स्टेशन से इंदौर के बीच चल रही वंदे भारत को खजुराहो या ग्वालियर तक बढ़ाया जा सकता है. इन दोनों ट्रेनों के रूट बढ़ाने को लेकर लगातार सर्वे चल रहा है.
वंदे भारत का ट्रेन रूट बढ़ाने की तैयारी: रेलवे सूत्रों की मानें तो 2 ट्रेनों की बजाय एक ट्रेन को ही जबलपुर, रानी कमलापति, भोपाल और इंदौर के बीच संचालित किया जा सकता है. एक सप्ताह के अंदर इनके रूट बढ़ाने का शेड्यूल भी जारी हो सकता है. राजधानी से करीब एक महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर इंदौर और जबलपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को शुरू कराया था. दरअसल इंदौर और जबलपुर के लिए दोनों ही ट्रेनें भोपाल से शाम को चलती हैं, लोगों का कहना है इनको सुबह चलना चाहिए. रेलवे को ये सुझाव दिए गए हैं. भोपाल रेल मंडल ने भोपाल से इंदौर व रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से जबलपुर के बीच चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए एक सर्वे किया है.
किराया कम करने की घोषणा: वंदे भारत एक्सप्रेस समेत एसी चेयरकार व एग्जीक्यूटिव चेयरकार श्रेणी की ट्रेनों के किराये में 25 प्रतिशत की कटौती होगी. यह घोषणा रेलवे बोर्ड आठ जुलाई को कर चुका है. यह किराया उक्त श्रेणी की उन्हीं ट्रेनों में कम होगा, जिनमें लगातार एक महीने तक कुल में से 50 प्रतिशत तक या उससे कम बर्थ बुक हो रही हैं. यह निर्णय संबंधित जोन के जीएम को लेना है. पश्चिम मध्य रेलवे सूत्रों ने बताया कि सर्वे भी किया जा चुका है.