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MP के दोनों मंत्रियों ने संभाली कुर्सी: 'महाराज' और वीरेंद्र खटीक ने मंत्रालय में ग्रहण किया पदभार

मोदी कैबिनेट में शामिल हुए नए मंत्रियों ने गुरूवार को अपना पदभार संभाल लिया है. कैबिनेट मंत्री ज्योतरादित्य सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया है.

TOOK CHARGE OF DEPARMENT
विभाग का पदभार
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Published : Jul 8, 2021, 5:33 PM IST

भोपाल। मोदी कैबिनेट के विस्तार के बाद गुरूवार को मंत्रियों ने पदभार संभाल लिया है. मोदी कैबिनेट में मध्य प्रदेश की तरफ से ज्योतरादित्य सिंधिया और वीरेंद्र कुमार खटीक को शामिल किया गया है. कांग्रेस से बीजेपी में गए कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला है. वहीं वरिष्ठ सांसद डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक ने देश के नए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री के रूप में अपना कार्यभार संभाल लिया.

सिंधिया को सिविल एविएशन डिपार्टमेंट

ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी सरकार की कैबिनेट में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है. उनके पिता और पूर्व कांग्रेसी नेता माधव राव सिंधिया के पास भी एक समय यही मंत्रालय था.

बता दें, साल 1991 में नरसिम्हा राव (PV Narasimha Rao) सरकार में माधव राव सिंधिया नागरिक उड्डयन मंत्री बने थे. हालांकि साल भर बाद ही एक रूसी विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने अपना पद छोड़ दिया था. जानकारी के मुताबिक सितंबर 2001 में उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के बाहरी इलाके में एक निजी विमान बीचक्राफ्ट किंग एयर C90, दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें माधवराव सिंधिया और सात अन्य लोग सवार थे. इस हादसे में सभी की मौत हो गई थी.

कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य ने कहा कि मुझे यह अवसर देने के लिए मैं सभी वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त करता हूं. मैं उस विश्वास को बरकरार रखने की कोशिश करूंगा जो उन्होंने मुझ पर दिखाया है. 1971 में जन्मे और हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़कर आए सिंधिया ने 2002 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में अपना पहला चुनाव लड़ा था. गुना लोकसभा उनका संसदीय क्षेत्र है.

गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य ने पिछले साल 11 मार्च को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था. सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार गिर गई थी और शिवराज सिंह फिर से मुख्यमंत्री बने. ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया है.

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वीरेंद्र को दूसरी बार मिली कमान

कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र खटीक को दूसरी बार मोदी कैबिनेट में जगह मिली है. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वीरेंद्र खटीक को राज्य मंत्री बनाया गया था. वहीं इस बार उन्हें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री के रूप में जिम्मेदारी दी गई है.

डॉ. वीरेन्द्र खटीक का जन्म 27 फरवरी 1954 को सागर में हुआ था. पांचवी क्लास से वे अपने पिता के साथ साइकिल सुधारने की दुकान पर काम करने लगे थे. सागर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने तक डॉ. वीरेन्द्र खटीक ने पिता के साथ साइकिल की दुकान पर पंचर बनाने का काम किया. 4 बार वे सागर से सांसद रहे हैं और 3 बार वो टीकमगढ़ से सांसद रह चुके हैं.

डॉ. वीरेंद्र कुमार अपनी सादगी और सीधेपन के लिए जाने जाते हैं. डॉ. खटीक सफेद कुर्ता-पजामा पहनकर अपने पुराने हरे रंग के स्कूटर के साथ अक्सर शहर में घूमने निकल जाते हैं. कई बार चाय की दुकानों पर पहुंचकर वो लोगों से सीधा संवाद करते हैं. वैसे तो डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक सादगी पसंद है लेकिन कुछ समय पहले विधायक और सांसद के बीच नोकझोंक को लेकर वे चर्चा में आए थे. विधायक ने सांसद पर गंभीर आरोप लगाए थे. बाद में विधायक ने अपने बयानों के लिए माफी भी मांगी थी.

भोपाल। मोदी कैबिनेट के विस्तार के बाद गुरूवार को मंत्रियों ने पदभार संभाल लिया है. मोदी कैबिनेट में मध्य प्रदेश की तरफ से ज्योतरादित्य सिंधिया और वीरेंद्र कुमार खटीक को शामिल किया गया है. कांग्रेस से बीजेपी में गए कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला है. वहीं वरिष्ठ सांसद डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक ने देश के नए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री के रूप में अपना कार्यभार संभाल लिया.

सिंधिया को सिविल एविएशन डिपार्टमेंट

ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी सरकार की कैबिनेट में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है. उनके पिता और पूर्व कांग्रेसी नेता माधव राव सिंधिया के पास भी एक समय यही मंत्रालय था.

बता दें, साल 1991 में नरसिम्हा राव (PV Narasimha Rao) सरकार में माधव राव सिंधिया नागरिक उड्डयन मंत्री बने थे. हालांकि साल भर बाद ही एक रूसी विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने अपना पद छोड़ दिया था. जानकारी के मुताबिक सितंबर 2001 में उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के बाहरी इलाके में एक निजी विमान बीचक्राफ्ट किंग एयर C90, दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें माधवराव सिंधिया और सात अन्य लोग सवार थे. इस हादसे में सभी की मौत हो गई थी.

कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य ने कहा कि मुझे यह अवसर देने के लिए मैं सभी वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त करता हूं. मैं उस विश्वास को बरकरार रखने की कोशिश करूंगा जो उन्होंने मुझ पर दिखाया है. 1971 में जन्मे और हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़कर आए सिंधिया ने 2002 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में अपना पहला चुनाव लड़ा था. गुना लोकसभा उनका संसदीय क्षेत्र है.

गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य ने पिछले साल 11 मार्च को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था. सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार गिर गई थी और शिवराज सिंह फिर से मुख्यमंत्री बने. ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया है.

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वीरेंद्र को दूसरी बार मिली कमान

कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र खटीक को दूसरी बार मोदी कैबिनेट में जगह मिली है. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वीरेंद्र खटीक को राज्य मंत्री बनाया गया था. वहीं इस बार उन्हें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री के रूप में जिम्मेदारी दी गई है.

डॉ. वीरेन्द्र खटीक का जन्म 27 फरवरी 1954 को सागर में हुआ था. पांचवी क्लास से वे अपने पिता के साथ साइकिल सुधारने की दुकान पर काम करने लगे थे. सागर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने तक डॉ. वीरेन्द्र खटीक ने पिता के साथ साइकिल की दुकान पर पंचर बनाने का काम किया. 4 बार वे सागर से सांसद रहे हैं और 3 बार वो टीकमगढ़ से सांसद रह चुके हैं.

डॉ. वीरेंद्र कुमार अपनी सादगी और सीधेपन के लिए जाने जाते हैं. डॉ. खटीक सफेद कुर्ता-पजामा पहनकर अपने पुराने हरे रंग के स्कूटर के साथ अक्सर शहर में घूमने निकल जाते हैं. कई बार चाय की दुकानों पर पहुंचकर वो लोगों से सीधा संवाद करते हैं. वैसे तो डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक सादगी पसंद है लेकिन कुछ समय पहले विधायक और सांसद के बीच नोकझोंक को लेकर वे चर्चा में आए थे. विधायक ने सांसद पर गंभीर आरोप लगाए थे. बाद में विधायक ने अपने बयानों के लिए माफी भी मांगी थी.

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