भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर अपना वादा निभाने के लिए कहा है. उमा भारती ने याद दिलाया "वह डिंडोरी में पहुंचे थे और उन्होंने कई ऐलान भी किए थे. 22 मार्च को रानी अवंती बाई का बलिदान दिवस है और शाहपुरा जिला डिंडोरी उनकी बलिदान स्थली है. आपकी सहमति से ही मैंने उनके बलिदान स्मारक के पास उस समय की स्मृतियों को संजोकर रखने के लिए पारदर्शी संग्रहालय बनाने की घोषणा कर दी थी. मुझे लोधी क्षत्रिय समाज के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से आवेदन प्राप्त हुआ है, जिसमें उन्होंने उस स्थान पर रानी अवंतीबाई लोक, मध्य प्रदेश में लोधी समाज कल्याण बोर्ड का गठन, भोपाल में सामाजिक विकास हेतु एक भवन तथा अन्य सभी विषयों पर कार्य का आग्रह किया है."
22 सूत्रीय मांगें : पत्र में लिखा है "इस साल जब मैं 22 मार्च को उनके बलिदान स्थली पर गई थी, तब मुझे जानकारी मिली कि रानी ने अपने सम्मान की रक्षा करने के लिए अंग्रेजों के सामने समर्पण करने की जगह अपने सीने में कटार घोंप ली थी, वह कटार आज भी डिंडौरी के जिला संग्रहाल में मौजूद है. मैं उस ज्ञापन को आपकी ओर बढ़ा रही हूं. लोधी लोधा क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष कोक सिंह नरवरिया ने उमाभारती को पत्र लिखकर 22 सूत्रीय मांगे पूरे करने की मांग की है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लोधा महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने 22 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा है. कृपया आपसे विनम्र अनुरोध है कि इस ज्ञापन का निराकरण करें."
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लोधी समाज के ज्ञापन की प्रमुख मांगें : लोधी लोधा राजपूत समाज के बोर्ड का गठन किया जाए. जिला डिंडोरी का नाम बदलकर रानी अवंतीबाई पुरम रखा जाए. 20 मार्च को वीरांगना रानी अवंतीबाई के बलिदान दिवस पर शासकीय अवकाश घोषित किया जाए. वीरांगना रानी अवंतीबाई जन्मस्थली मंकेडी बरगी बांध मूर्ति से सटी हुई 10 एकड़ भूमि पर पार्क निर्माण किया जाए. लोधी लोधा समाज के लिए भोपाल के छात्रावास की भूमि कोटरा सुल्तानाबाद में आपकी घोषणानुसार आवंटित कराई जाए.वीरांगना रानी अवंतीबाई के शहीद स्थल के पास देवी का मंदिर एवं तालाब का जीर्णोद्धार आदि सहित 22 मांगें ज्ञापन में हैं.