भोपाल। दोनों नाबालिगों को हेल्पलाइन में काउंसलिंग के बाद बाल कल्याण समिति के आदेश पर परिजनों को सौंप दिया गया है. चाइल्ड लाइन की टीम को काउंसलिंग के दौरान 17 वर्षीय किशोर और 16 वर्षीय किशोरी ने बताया कि वह आपस में रिश्तेदार हैं. बीते तीन साल से एक-दूसरे को पसंद करते हैं. जब इसकी भनक उनके परिवार वालों को लगी तो उन्होंने यह कहकर दोनों को मिलने-जुलने से मना कर दिया कि अभी तुम दोनों शादी के लिए छोटे हो. पहले बालिग हो जाओ.
परिजनों ने खूब समझाया लेकिन नहीं माने : परिजनों ने समझाया कि घर में शादी लायक बड़े भाई- बहन मौजूद हैं. दोनों ने बताया कि घर वाले उनकी शादी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन वह उन्हें दो-तीन साल रुकने के लिए कह रहे हैं. परिवार वाले चाहते थे बच्चे बालिग हो जाएं. लड़का अगले महीने 18 वर्ष पूरे करेगा और किशोरी भी अभी नाबालिग है. परिजन ने बताया कि उन्हें खुद यह रिश्ता पसंद है, लेकिन परिवारों में बड़े बच्चों की शादी बिना इनकी शादी कैसे संभव है. यही वजह है कि बच्चों को समझाया गया था लेकिन उन्होंने ऐसा कदम उठाया कि परिवार भी सकते में आ गए.