कोरोना वैक्सीन आई भी नहीं है और देश भर में कोरोना वैक्सीन अहम मुद्दा बन चुकी है. खासकर चुनावी राज्यों में तो सियासत ही इस वैक्सीन से गरमा गई है. यही नहीं इसका डोज देने के लिए पूरी लिस्ट भी तैयार कर ली गई है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का एक बार फिर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को पता है कि चुनाव में क्या परिणाम आएंगे इसलिए वो पहले ही बाजार में निकल गए हैं कि जो मिले उसे खरीद लो. बीजेपी के पास बिकाऊ की राजनीति ही एक मात्र उपाय रह गया है.
उपचुनाव से पहले आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है, इसी बीच दमोह विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे राहुल लोधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसपर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं.
हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने कोरोना काल में सभा और रैलियों पर रोक लगा दी थी, हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. जिस पर सुनवाई करते सुप्रीम कोर्ट ने फैसले पर रोक लगाते हुए कोरोना काल में आम सभा और रैलियों को अनुमति दे दी है.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बयान पर सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार किया है. सिंधिया का कहना है कि, 'प्रजातंत्र में हर व्यक्ति को बोलने का अधिकार है, मैं उनमें से नहीं हूं, जो अवसरवादी होते हैं. जिनकी टीका टिप्पणी करने की आदत होती है'.
कमलनाथ द्वारा बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी को 'आइटम' कहा गया, जिसके बाद से भाजपा नेता जैसे कमलनाथ पर टूट ही पड़े हैं. बीजेपी सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि, 72 साल के कमलनाथ को 25 साल की लड़की की कमर में हाथ डालने का शौक चढ़ा है.
मध्य प्रदेश में उपचुनाव लड़ रहे सभी मंत्रियों की आय में पिछले दो सालों में तेजी से वृद्धि हुई है. चुनाव लड़ रहे कुछ मंत्रियों की संपत्ति में करोड़ों रुपए का इजाफा हुआ है, तो कुछ की संपत्ति में लाखों रुपए बढ़ गए हैं. जानिए किस प्रत्याशी की संपत्ति में कितना हुआ इजाफा.
बड़वानी जिले के ग्राम पंचायत बोम्या में अच्छी नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण लोगों को राशन के लिए कई दिनों से परेशान होना पड़ रहा है. आलम ये है कि, सेल्समैन कभी पेड़ पर चढ़कर, तो कभी पहाड़ी पर चढ़कर लोगों को राशन वितरित कर रहा है, इसके बावजूद दिन भर में महज चार से पांच लोगों को ही राशन मिल पा रहा है.
मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. जिन 28 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है, उनमें मुरैना जिले की सीटें भी शामिल हैं. मुरैना में मिथक है कि यहां से सरकार में जो भी विधायक मंत्री बने, वे आगामी चुनाव में अपने क्षेत्र से चुनाव नहीं जीत सके. इस बार दो मंत्री चुनाव लड़ेंगे, अब देखना होगा कि यह मंत्री इस मिथक को तोड़कर इतिहास रचेंगे या फिर इतिहास दोहराएंगे.
मध्य प्रदेश में हो रहे उपचुनाव को लेकर लगातार प्रचार- प्रसार जारी है और इस दौरान कई बार आचार संहिता का उल्लंघन भी हो रहा है. पूर्व मंत्री जीतू पटवारी पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा है, फिलहाल पुलिस ने उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.