भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने छोटे वाहनों और बड़े वाहनों के लिए टोल की दरों के दो मॉडल बनाने के निर्देश दिए हैं. मंत्रालय में हुई मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम लिमिटेड के संचालन मंडल की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि वाहनों पर टोल लगाने के संबंध में दो मॉडल विकसित करना आवश्यक है. सामान्यत: कम दूरी के लिए चलने वाले वाहनों के लिए पृथक व्यवस्था और लंबी दूरी के लिए चलने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए अलग व्यवस्था करना आवश्यक है. कृषि उपयोग से संबंधित वाहनों को छोड़कर शेष अन्य सभी वाहनों से टोल लेने पर विचार किया जाना चाहिए.
बैठक में इन मार्गों की हुई चर्चा
बैठक में जबलपुर-दमोह मार्ग, नसरूल्लागंज-कौसनी मार्ग, सिवनी-बालाघाट मार्ग, रतलाम-झाबुआ मार्ग, हरदा-खंडवा मार्ग, ब्यौहारी-शहडोल मार्ग, पिपरिया-नरसिंहपुर मार्ग, रीवा-ब्यौहारी मार्ग, होशंगाबाद-टिमरनी मार्ग, होशंगाबाद-पिपरिया मार्ग, छतरपुर-राजनगर मार्ग पर जारी कार्यों की प्रगति से अवगत कराया गया. बैठक में जानकारी दी गई कि सड़क विकास निगम ने ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट-2021) की रैकिंग की वरीयता के आधार पर प्रबंधक यांत्रिकी के 10 पदों पर नियुक्ति की है.
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दो मॉडल विकसित करना आवश्यक- सीएम
बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अधोसंरचना के क्षेत्र में जितना कार्य होगा, उतने ही रोजगार के अवसर निर्मित होंगे. प्रदेश के विकास की प्रक्रिया को गति मिलेगी. जहां-जहां भी आवश्यकता है और ट्रेफिक अधिक है, वहां बेहतर सड़कें बनाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए. वाहनों पर टोल लगाने के संबंध में दो मॉडल विकसित करना आवश्यक है. सामान्यत: कम दूरी के लिए चलने वाले वाहनों के लिए पृथक व्यवस्था और लंबी दूरी के लिए चलने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए अलग व्यवस्था करना आवश्यक है.