भोपाल। कमलनाथ सरकार के समय होने वाले तबादलों को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर तबादला उद्योग का आरोप लगाती रही थी. वहीं अब शिवराज सरकार के शासनकाल में करीब 3 हजार तबादले कर चुकी है. वहीं बीजेपी के शासनकाल में हो रहे तबादले पर कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए बीजेपी से तबादले के दलाली की कुटिया पूछी है. वहीं कांग्रेस के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
तबादलों को लेकर कांग्रेस ने खड़े किए सवाल
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता इन तबादलों को लेकर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में प्रशासनिक फेरबदल को भाजपा नेता ट्रांसफर उद्योग का नाम देते थे, तो क्या पिछले 10 महीनों में शिवराज सरकार द्वारा किए गए तबादलों को इसी तबादला उद्योग की श्रेणी में रखा जाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासनकाल में प्रदेश में हुए 3000 तबादलों के विषय में बताना चाहिए कि सत्ता में आने के बाद उन्होंने 3000 से ज्यादा अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले किस उद्योग के अंतर्गत किए हैं. या फिर इसे भी जुमला बताकर अपने झूठ को छुपाने का प्रयास करेंगे. वहीं कांग्रेस का कहना है कि अगर कमलनाथ सरकार के समय पर वल्लभ भवन दलालों का अड्डा था, तो आज हो रहे तबादलों की दलाली कहां हो रही है.
कांग्रेस सवाल खडे़ करने के अधिकार खो चुकी है
वहीं शिवराज सरकार के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस का काम आरोप लगाने का है. जिन्होंने ट्रांसफर उद्योग चलाया हो, जिन्होंने वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया हो. वह किस मुंह से आरोप लगाएंगे. कांग्रेस 15 महीने में अपने 15 साल के अधिकार खो चुकी है.