भोपाल। जवाहरलाल नेहरू प्राइमरी विद्यालय में पोर्न वेबसाइट से जुड़ा एक मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि तीसरी क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र ने दूसरे छात्र को पोर्न वीडियो की वेबसाइट बताई और घर जाकर उसे देखने के लिए दबाव बनाया, जबकि शिकायत के बाद स्कूल प्रशासन बच्चे की काउंसलिंग की बजाय परिजनों को ही चलता कर दिया.
दरअसल छात्र ने अपने परिजनों के मोबाइल पर पोर्न साइट खोली थी. जिसका पता उसके परिजनों को चल गया. जिसके बाद परिजनों ने जब बच्चे से पूछा कि इस साइट का पता कैसे चला तो उसने अपने ही क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र का नाम बताया. पोर्न साइट्स का पता देने वाले छात्र की शिकायत लेकर परिजन उप प्रधानाचार्य के पास पहुंचे तो उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की.
बच्चे के परिजनों का आरोप है कि प्रधानाचार्य ने बच्चे को डरा धमकाकर ये कहा कि वह स्कूल के किसी भी बच्चे का नाम इस मामले में न ले. वहीं इस मामले में वाइस प्रिंसपल रागिनी श्रीवास्तव ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि परिजनों ने इस मामले की शिकायत की है, लेकिन बच्चा बार-बार अलग बच्चों के नाम बता रहा है. बच्चे ने घर के पास रहने वाले किसी दूसरे बच्चे का नाम बताया है. फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन लीपापोती करने में जुटा है.