भोपाल। राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ के रिश्तेदारों पर एक दलित परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं. राज्यमंत्री के रिश्तेदार पर शिवपुरी जिले की पोहरी विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में बीजेपी को वोट न देने पर दलित परिवार के साथ मारपीट करने का आरोप है. इस मामले में पीड़ित परिवार ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी. जिसको वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. वहीं इस मामले पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि शिकायत वापस न लेने पर उसके खिलाफ थाने में 3 एफआईआर दर्ज करा दी गई है. इस मामले को लेकर कांग्रेस ने शिवराज सरकार और भाजपा पर बड़ा हमला बोला है, कांग्रेस का कहना है कि यह मामला इस बात का प्रमाण है कि बीजेपी ने कैसे जनमत हासिल किया है.
सीएम हेल्पलाइन में की गई शिकायत वापस लेने का दबाव
दरअसल,शिवराज सरकार में राज्य मंत्री और हाल ही के उपचुनाव में पोहरी से विधायक चुने गए सुरेश धाकड़ के रिश्तेदारों ने एक दलित परिवार से सिर्फ इसलिए मारपीट की. क्योंकि उपचुनाव में उन्होंने बीजेपी को वोट देने से मना कर दिया था. उपचुनाव के दौरान पीड़ित परिवार पर सुरेश धाकड़ के रिश्तेदार लगातार बीजेपी को वोट देने के लिए दबाव बना रहे थे. लेकिन जब उन्होंने बीजेपी को वोट नहीं दिया, तो उनके रिश्तेदारों ने दलित परिवार के साथ मारपीट कर दी.
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दलित परिवार ने इस मामले में शिवपुरी एसपी को शिकायत दर्ज कराई थी, और सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की थी. दलित परिवार का आरोप है कि लगातार हमारे ऊपर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है, और जब हमने शिकायत वापस नहीं लिया, तो बैराड़ थाने में तीन मामलों में हमारे ऊपर एफआईआर दर्ज की गई है.
भाजपा ने कैसे हासिल की सत्ता, ये मामला इस बात का प्रमाण
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि भाजपा को किस तरीके से और किस आधार पर जनमत मिला है, यह उसका प्रमाण है कि आज लोगों पर वोट न देने के लिए अत्याचार किए जा रहे हैं. लोगों को प्रताड़ना दी जा रही है और अगर यही रास्ता है, तो लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म करके ही मानेंगे. ये स्पष्ट दिखाई देने लगा है. इस गुंडागर्दी की जितनी निंदा की जाए वो कम है. उन्होंने कहा कि प्रशासन और शासन से उम्मीद है कि चाहे कितना बड़ा नेता हो, अगर इस तरह की प्रताड़ना देकर जनता के ऊपर वोट डालने के लिए दबाव डालता है, तो उनके ऊपर आपराधिक धाराएं बनती हैं,उन पर मुकदमा दर्ज किया जाए.