भोपाल। राजधानी भोपाल को हमेशा से ही गंगा-जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है. जिसके उदाहरण लगातार सामने भी आते रहे हैं. वहीं जिन जमातियों पर कोरोना फैलाने का आरोप लग रहा था, वही जमाती अब लोगों की जिंदगी बचाने के लिए आगे आ रहे हैं. बता दें, शहर में तबलीगी जमात से जुड़े 35 से ज्यादा सदस्यों ने प्लाज्मा डोनेट करने की इच्छा जताई है. जिनमें से 17 जमातियों ने चिरायु अस्पताल में प्लाज्मा डोनेट भी कर दिया है.
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इन सभी जमातियों को राजधानी के एक निजी अस्पताल में ठहराया गया है. बता दें, ये सभी जमाती कोरोना संक्रमण की चपेट में थे, लेकिन इलाज के बाद अब ये सब पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं. हालांकि, एहतियात के तौर पर अभी इन सबको एक निजी अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया है. इन सभी जमातियों ने प्लाज्मा डोनेट करने के लिए अपनी सहमति दी है. सहमति के बाद इन सबको निजी वाहनों से देर रात चिरायु अस्पताल लाया गया, जहां इनमें से 17 लोगों ने अपना प्लाज्मा डोनेट किया है.
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इन जमातियों के अलावा पुलिसकर्मी भी इस नेक काम में पीछे नहीं है क्योंकि कोरोना वायरस के इस संक्रमण के दौर में पुलिस लगातार दिन-रात लोगों की सेवा में जुटी हुई है. ऐसी स्थिति में कई पुलिसकर्मी भी संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि इलाज के बाद ये पुलिसकर्मी पूरी तरह से ठीक होकर वापस मैदान में लौटे हैं लेकिन इसके बावजूद ये पुलिसकर्मी मानवता का फर्ज निभाने से पीछे नहीं हट रहे हैं. मानवता की मिसाल पेश करते हुए थाना जहांगीराबाद के सब इंस्पेक्टर गिरीश त्रिपाठी ,आरक्षक धर्मेंद्र बघेल, आरक्षक मुकेश सिंह ,आरक्षक सादिक खान और आरक्षक एहसान खान समेत 5 पुलिसकर्मियों ने सोमवार को चिरायु अस्पताल में प्लाज्मा डोनेट किया है.
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जिस अस्पताल में जमातियों को ठहराया गया है, वहां के डॉक्टर्स का कहना है कि जब प्लाज्मा डोनेट करने की बात इन सभी जमातियों को बताई गई तो इन्होंने तुरंत ही अपनी रजामंदी दे दी. वो काफी खुश हैं कि उन्हें इस तरह से एक अच्छा काम करने का मौका मिला है. हालांकि प्लाज्मा डोनेट रोजा खोलने के बाद किया गया है.
प्लाज्मा डोनेट करने वाले जमातियों का कहना है कि ये मानवता का काम है. जब उन्हें जानकारी मिली कि उनके प्लाज्मा डोनेट करने से किसी दूसरे व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है तो उन्होंने तुरंत ही इसके लिए हामी भर दी, क्योंकि इससे बड़ा नेक काम कुछ नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस समय रमजान का मुबारक महीना चल रहा है और ऐसे समय पर हमें ये पवित्र काम करने का मौका मिला है. ये हमारा सौभाग्य है. यही वजह है कि हम सभी लोग ठीक होने के बाद अपना प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं.