भोपाल। एमपी बोर्ड द्वारा बनाई गई फ्लाइंग सेंटर हेल्पलाइन पर परीक्षा के बाद बच्चों ने फोन कर थैंक-यू कहा. हेल्पलाइन पर अब तक 17 हजार से ज्यादा फोन आ चुके हैं. दसवीं की पहली परीक्षा के दिन बच्चों ने हेल्पलाइन पर फोन कर अपनी परेशानियां साझा की.
दरअसल, बोर्ड की परीक्षा के दौरान छात्र तनाव में आ जाते हैं. इसी तनाव में वो कई बार आत्मघाती कदम उठा लेते हैं. परीक्षाओं के दौरान छात्र इसी तनाव के चलते आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लेते हैं. इसी पर रोक लगाने के लिए मध्यप्रदेश माध्यमिक मंडल ने हेल्पलाइन बनाई थी. ताकि हेल्पलाइन के जरिए छात्र अपनी परेशानियों को काउंसलर से साझा कर सकें और उचित मार्गदर्शन पा सकें.
हेल्पलाइन पर कई छात्र फोन कर काउंसलर की मदद ले रहे हैं, यही नहीं अभिभावक भी काउंसलर्स को कॉल कर उनसे टिप्स ले रहे हैं कि किस तरह परीक्षा के तनाव के बीच बच्चों का मूड रिलैक्स किया जाए. काउंसलर प्रीति जैन ने बताया कि छात्र उन्हें कॉल कर थैंक-यू बोल रहे हैं. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि परीक्षा के समय बच्चे कितना तनाव में रहते हैं. ये हेल्पलाइन परीक्षा के बाद तक चालू रहेगी क्योंकि बच्चे परीक्षा के बाद भी परिणामों को लेकर तनाव में रहते हैं. इस हेल्पलाइन की मदद से काउंसलर बच्चों की मदद कर सकेंगे.