भोपाल| 3 दिवसीय यशोधरा समारोह का समापन बुद्ध की जातक कथाओं पर आधारित नृत्य नाटक "वृत्ति नाशक" के साथ हुआ, जिसे देखने के लिए बड़ी तादाद में दर्शक पहुंचे. इस समारोह में 3 दिनों तक भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़ी कई कहानियों का मंचन किया गया.
आखिरी दिन वाराणसी के ब्रह्मदत्त और चुलननिदय बंदर की कहानी का मंचन किया गया. ये आयोजन मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में आयोजित किया गया था. इस नाटक के जरिए लोगों को ये संदेश दिया गया कि केवल अपनी महत्वाकांक्षा पूरी करने के लिए किसी दूसरे का नुकसान नहीं करना चाहिए. जीवन सबका है, आत्मा सबकी है, इसलिए इस दुनिया में सभी को जीने का हक देना चाहिए.