भोपाल। गृहमंत्री अमित शाह के नाम पर राज्यपाल को फर्जी कॉल करने के मामले में एसटीएफ के रडार पर अब टेलीकॉम कंपनियां भी आ गई हैं. एसटीएफ ने वीआईपी नंबरों की कालाबाजारी को लेकर कंपनी के अधिकारियों को नोटिस जारी कर तलब किया है. एसटीएफ ने टेलीकॉम कंपनी के कुछ अधिकारियों से पूछताछ भी की है और राज्यपाल को किए गए फर्जी कॉल की पूरी डिटेल मांगी है.
बताया जा रहा है कि इस मामले में एसटीएफ के हत्थे चढ़े दक्ष अग्रवाल के टेलीकॉम कंपनियों के अधिकारियों से अच्छे संबंध थे. माना जा रहा है कि इस मामले में एसटीएफ की जांच के बाद टेलीकॉम कंपनी के भी कुछ अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा सकता है. जिस प्राइवेट नंबर से राज्यपाल को फर्जी कॉल किया गया था, उस नंबर को तेलंगाना में एक्टिव किया गया था और इस नंबर को जारी करने के लिए जिस शख्स की आईडी का इस्तेमाल किया गया था, उसे प्राइवेट नंबर के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है. दक्ष और टेलीकॉम कंपनी के अधिकारियों की मिलीभगत से किसी और की आईडी का इस्तेमाल कर प्राइवेट नंबर जारी किया गया है. लिहाजा एसटीएफ इस पूरे मामले में बारीकी से जांच कर रही है. जांच के बाद वीआईपी नंबरों की कालाबाजारी के मामले में कई किरदार सामने आ सकते हैं.
एसटीएफ ने इस पूरे मामले में टेलीकॉम कंपनी के ऑल इंडिया नोडल अधिकारी से भी पूछताछ की है. फर्जी कॉल और गलत तरीके से प्राइवेट नंबर जारी करने को लेकर पूरी जानकारी मांगी गई है, लिहाजा टेलीकॉम कंपनी भी अपने स्तर पर इस मामले की जांच कर रही है.