भोपाल। मध्य प्रदेश समेत देशभर में साइबर अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है, साइबर ठग नए-नए तरीकों से लोगों को लाखों करोड़ों का चूना लगा रहे हैं. राज्य के साइबर सेल ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वित्तीय अपराध करने वालों को फर्जी सिम दिलाता था. चौंकाने वाली बात तो यह है कि महज पिछले 6 महीनों में ही इस गिरोह ने दो हजार से ज्यादा फर्जी सिम बैची हैं.
जानकारी के मुताबिक, वित्तीय धोखाधड़ी करने वाले गिरोह को आरोपियों ने 6 महीने में 2 हजार से ज्यादा फर्जी सिम उपलब्ध करवाई थी. इन नंबरों के जरिए देशभर में साइबर ठगी को अंजाम दिया जाता था. बताया जा रहा है कि भोपाल में भी फर्जी सिम के जरिये एक व्यक्ति से 1 लाख 22 हजार रुपए की ठगी की गई थी. इस गिरोह के चार सदस्यों को शिवपुरी से गिरफ्तार कर लिया है. जबकि अभी भी कई लोग फरार बताए जा रहे हैं.
साइबर सेल के एसपी गुरुकरन सिंह ने बताया कि गिरफ्त में आए यह चारों आरोपी सिम कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूटर और रिटेलर हैं. इस गिरोह का सरगना पंकज गुप्ता शिवपुरी में बड़ा डिस्ट्रीब्यूटर है जिसके उत्तर प्रदेश, दिल्ली और अन्य राज्यों के ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के लोगों से संपर्क है. अब साइबर पुलिस इन आरोपियों से सिम खरीदने वाले गिरोह के सदस्यों की तलाश कर रही है.
इस मामले के कारण हुआ खुलासा
भोपाल के रहने वाले योगेश सूद ने राज्य साइबर सेल पहुंचकर जनवरी में एक शिकायत की थी जिसमें बताया गया था कि क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर उससे ओटीपी मांगा गया और उनके खाते से 1 लाख 22 हजार रुपये निकाल लिए गए. जिसके बाद लगातार साइबर पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी. जांच के दौरान ही पुलिस ने फर्जी सिम ईशु करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश किया है.