भोपाल| एंटीबायोटिक दवाओं के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए मध्य प्रदेश में 'एंटीमाइक्रोबियल ड्रग रेसिस्टेंस' का स्टेट एक्शन प्लान लॉन्च किया गया है. लॉन्च के दौरान स्टेट पॉलिसी के ड्राफ्ट को दिखाया गया और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के इसमें सुझाव लिए गए हैं. इन सुझावों को अगले हफ्ते तक नए ड्राफ्ट में शामिल किया जाएगा.
इस बारे में जानकारी देते हुए डॉ बी एन चौहान ने बताया कि एंटीबायोटिक के ज्यादा इस्तेमाल के कारण दवाइयां मरीजों पर असर नहीं कर रही हैं. एंटीबायोटिक के ज्यादा इस्तेमाल को रोकने और दवाइयों के असर के लिए केरल की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी एम्स, मेडिकल कॉलेज के साथ मिलकर पॉलिसी बनाई गई है, जिसमें 6 पॉइंट्स के तहत काम किया जाएगा.
इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अलावा कृषि विभाग, मत्स्य पालन, पशु चिकित्सा विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, फूड एवं ड्रग विभाग, डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों के साथ फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधि ललित जैन, एनएचएम के उपसंचालक डॉक्टर पंकज शुक्ला, एम्स के मेडिसिन विभाग के डॉक्टर सागर और जीएमसी की डॉ दीप्ति चौरसिया उपस्थित रहीं.