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18 अक्टूबर को इंदौर में आयोजित होगा प्रदेश की छठवीं इन्वेस्टर्स समिट, अब तक 31 हजार युवाओं को मिल चुका है रोजगार

18 अक्टूबर को प्रदेश में छठवीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 'मैग्नीफिसेंट' का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें 673 नामी उद्योगपतियों के हिस्सा लेंगे उम्मीद जताई जा रही है.

जीतू पटवारी मंत्री, मध्यप्रदेश शासन
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Published : Oct 14, 2019, 4:11 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार आगामी 18 अक्टूबर को इंदौर में आयोजित होने वाली इंवेस्टर्स समिट 'मैग्निफिसेंट' की तैयारियों में जुटी है. इस समिट में देश के 673 नामी उद्योगपतियों के हिस्सा लेंगे उम्मीद जताई जा रही है. समिट के जरिए प्रदेश में करीब एक लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश की संभावना जताई जा रही है, हालांकि इस बार सरकार किसी भी कंपनी से निवेश के लिए एमओयू साइन नहीं करेगी, बल्कि निवेश के प्रस्ताव को सीधे उद्योग संवर्धन कैबिनेट में रखा जाएगा और निवेश के प्रस्ताव को जमीन पर उतारा जाएगा.

जीतू पटवारी मंत्री, मध्यप्रदेश शासन

कुछ इस तरह रहा पिछली समिटों का कार्य
मध्यप्रदेश में अब तक पांच इंवेस्टर्स समिट आयोजित हो चुकी हैं. 18 अक्टूबर को इंदौर में आयोजित होने वाली इंवेस्टर्स समिट प्रदेश की छठी इंवेस्टर्स समिट होगी. अभी तक प्रदेश में 5 इंवेस्टर्स समिट के जरिए 59 उद्योग स्थापित हुए हैं.

पहली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- इंदौर में आयोजित समिट पर तत्कालीन शिवराज सरकार ने 33 करोड़ रुपए खर्च किए. समिट में 1 लाख 2 हजार 611 करोड़ के एमओयू साइन हुए.

दूसरी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- तत्कालीन शिवराज सरकार के दौरान खजुराहो में अक्टूबर 2010 में आयोजित हुई, जिसमें 563.29 लाख रुपए खर्च हुए. समिट में 2 लाख 37 हजार 877 करोड़ रुपए के एमओयू साइन हुए.

तीसरी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- अक्टूबर 2012 में इंदौर में आयोजित जिसमें 1 हजार 77 लाख रुपए खर्च हुए. समिट में कुल 1 लाख 67 हजार 430 करोड़ के एमओयू साइन हुए.

चौथी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- अक्टूबर 2014 में इंदौर में आयोजित हुई, जिसमें 1428 लाख रुपए खर्च हुए. इस समिट में कोई भी एमओयू साइन नहीं हुआ.

पांचवीं ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- इंदौर में अक्टूबर 2016 में आयोजित हुई, इसमें 1685 लाख रुपए खर्च हुए. इस समिट में भीकोई एमओयू साइन नहीं हुआ.

पांच एमओयू में 59 कंपनियों ने किया निवेश, 31 हजार लोगों को मिला रोजगार
प्रदेश में साल 2007 से आयोजित पांच इंवेस्टर्स समिट में 59 कंपनियों ने उद्योग स्थापित किए हैं. इसमें सिंगरौली और सतना में रिलायंस एनर्जी लिमिटेड, सतना में प्रिज्म सीमेंट लिमिटेड, सीहोर में एसपीएल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड, धार और देवास में व्हीई कमर्शियल व्हीकल लिमिटेड, रायसेन सीहोर में वर्धमान टेक्सटाइल लिमिटेड, भिंड में कैडबरी इंडिया लिमिटेड, बालाघाट में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड शामिल हैं. प्रदेश में स्थापित हुई इन 59 कंपनियों से करीब 31 हजार युवाओं को रोजगार मिला है.

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार आगामी 18 अक्टूबर को इंदौर में आयोजित होने वाली इंवेस्टर्स समिट 'मैग्निफिसेंट' की तैयारियों में जुटी है. इस समिट में देश के 673 नामी उद्योगपतियों के हिस्सा लेंगे उम्मीद जताई जा रही है. समिट के जरिए प्रदेश में करीब एक लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश की संभावना जताई जा रही है, हालांकि इस बार सरकार किसी भी कंपनी से निवेश के लिए एमओयू साइन नहीं करेगी, बल्कि निवेश के प्रस्ताव को सीधे उद्योग संवर्धन कैबिनेट में रखा जाएगा और निवेश के प्रस्ताव को जमीन पर उतारा जाएगा.

जीतू पटवारी मंत्री, मध्यप्रदेश शासन

कुछ इस तरह रहा पिछली समिटों का कार्य
मध्यप्रदेश में अब तक पांच इंवेस्टर्स समिट आयोजित हो चुकी हैं. 18 अक्टूबर को इंदौर में आयोजित होने वाली इंवेस्टर्स समिट प्रदेश की छठी इंवेस्टर्स समिट होगी. अभी तक प्रदेश में 5 इंवेस्टर्स समिट के जरिए 59 उद्योग स्थापित हुए हैं.

पहली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- इंदौर में आयोजित समिट पर तत्कालीन शिवराज सरकार ने 33 करोड़ रुपए खर्च किए. समिट में 1 लाख 2 हजार 611 करोड़ के एमओयू साइन हुए.

दूसरी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- तत्कालीन शिवराज सरकार के दौरान खजुराहो में अक्टूबर 2010 में आयोजित हुई, जिसमें 563.29 लाख रुपए खर्च हुए. समिट में 2 लाख 37 हजार 877 करोड़ रुपए के एमओयू साइन हुए.

तीसरी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- अक्टूबर 2012 में इंदौर में आयोजित जिसमें 1 हजार 77 लाख रुपए खर्च हुए. समिट में कुल 1 लाख 67 हजार 430 करोड़ के एमओयू साइन हुए.

चौथी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- अक्टूबर 2014 में इंदौर में आयोजित हुई, जिसमें 1428 लाख रुपए खर्च हुए. इस समिट में कोई भी एमओयू साइन नहीं हुआ.

पांचवीं ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट- इंदौर में अक्टूबर 2016 में आयोजित हुई, इसमें 1685 लाख रुपए खर्च हुए. इस समिट में भीकोई एमओयू साइन नहीं हुआ.

पांच एमओयू में 59 कंपनियों ने किया निवेश, 31 हजार लोगों को मिला रोजगार
प्रदेश में साल 2007 से आयोजित पांच इंवेस्टर्स समिट में 59 कंपनियों ने उद्योग स्थापित किए हैं. इसमें सिंगरौली और सतना में रिलायंस एनर्जी लिमिटेड, सतना में प्रिज्म सीमेंट लिमिटेड, सीहोर में एसपीएल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड, धार और देवास में व्हीई कमर्शियल व्हीकल लिमिटेड, रायसेन सीहोर में वर्धमान टेक्सटाइल लिमिटेड, भिंड में कैडबरी इंडिया लिमिटेड, बालाघाट में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड शामिल हैं. प्रदेश में स्थापित हुई इन 59 कंपनियों से करीब 31 हजार युवाओं को रोजगार मिला है.

Intro:भोपाल। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार इंवेस्टर्स समिट ‘मैग्निफिसेंट एमपी’ की तैयारियों में जुटी है। आगामी 18 अक्टूबर को आयोजित मैग्निफिसेंट में देश के 673 नाम उद्योगपति हिस्सा लेंगे और उम्मीद जताई जा रही है कि प्रदेश में करीब एक लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश होगा। हालांकि इस बार सरकार किसी भी कंपनी से निवेश के लिए एमओयू साइन नहीं करेगी, बल्कि निवेश के प्रस्ताव को सीधे उद्योग संवर्धन कैबिनेट में रखा जाएगा और निवेश के प्रस्ताव को जमीन पर उतारा जाएगा। मध्यप्रदेश में इसके पहले 5 इंवेस्टर्स समिट हो चुकी हैं, जिसमें 59 उद्योग स्थापित हुए हैं।
Body:पिछली 2 समिट में एक भी एमओयू नहीं हुए साइन

मध्यप्रदेश में अब तक पांच इंवेस्टर्स समिट आयोजित हो चुकी है और मैग्निफिसेंट एमपी के रूप में छठी इंवेस्टर्स समिट की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। प्रदेश में 26 से 27 अक्टूबर 2007 में इंदौर में पहली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट आयोजित हुई थी।
- पहली समिट: इंदौर में आयोजित समिट पर तत्कालीन शिवराज सरकार ने 33 करोड़ रुपए खर्च किए। समिट में एक लाख 2611 करोड़ के एमओयू साइन हुए।
- दूसरी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट: तत्कालीन शिवराज सरकार के दौरान खजुराहो में अक्टूबर 2010 में आयोजित समिट पर 563.29 लाख रुपए खर्च हुए। समिट में 2 लाख 37 हजार 877 करोड़ रुपए के एमओयू साइन हुए।
- तीसरी ग्लोबल इंवेस्टर्स सिमिट: अक्टूबर 2012 में इंदौर में आयोजित समिट में 1077 लाख रुपए खर्च हुए। समिट में 1 लाख 67 हजार 430 करोड़ के एमओयू साइन हुए।
- चौथी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट: अक्टूबर 2014 में इंदौर में आयोजित समिट में 1428 लाख रुपए खर्च हुए, लेकिन समिट में कोई भी एमओयू साइन नहीं हुए।
- पांचवीं ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट: इंदौर में अक्टूबर 2016 में आयोजित समिट में 1685 लाख रुपए खर्च हुए, लेकिन इस समिट में भी कोई एमओयू साइन नहीं हुए।

पांच एमओयू में 59 कंपनियों ने किया निवेश, 31 हजार लोगों को मिला रोजगार

मध्यप्रदेश में साल 2007 से आयोजित पंाच इंवेस्टर्स समिट के दौरान मध्यप्रदेश में 59 कंपनियों ने उद्योग स्थापित किए हैं। इसमें सिंगरौली सतना में रिलायंस एनर्जी लिमिटेड, सतना में प्रिज्म सीमेंट लिमिटेड, सीहोर में एसपीएल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड, धार और देवास में व्हीई कमर्शियल व्हीकल लिमिटेड, रायसेन सीहोर में वर्धमान टेक्सटाइल लिमिटेड, भिंड में कैडबरी इंडिया लिमिटेड, बालाघाट में हिंदुस्तान काॅपर लिमिटेड जैसी कंपनियां शामिल हैं। इनमें सबसे ज्यादा 9 उद्योग इंदौर में स्थापित हुए हैं। प्रदेश में स्थापित हुई इन 59 कंपनियों से प्रदेश के करीब 31 हजार युवाओं को रोजगार मिला है।Conclusion:
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